नागरिकता अधिनियम, महिलाओं के खिलाफ अत्याचार और राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति सहित कई मुद्दों पर समाजवादी पार्टी के नेताओं ने गुुरूवार को धरना दिया। सपाईयों ने विधानसभा के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। वहीं प्रदर्शनकारियों ने हसनगंज पुलिस चौकी में तोड़फोड़कर वहां खड़ी गाडि़यों में आग लगा दी। वहीं नागरिकता संशोधन कानून को लेकर प्रदर्शन करने वाले उपद्रवियों से निपटने के लिए पुलिस-प्रशासन की तैयारी पर प्रदर्शनकारी भारी पड़े। राजधानी में चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात थी। इसके बावजूद पूरा शहर प्रदर्शनकारियों की गिरफ्त में रहा।
हसनगंज थाना क्षेत्र खदरा रोड पर पक्के पुल के पास प्रदर्शनकारियों ने जमकर बवाल मचाया। प्रदर्शनकारियों ने मदेयगंज पुलिस चौकी में तोड़फोड़ के बाद वहां खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी। मौके पर भारी मात्रा में पुलिस बल मौजूद है। बड़ी संख्या में पब्लिक भी जमा है। पुलिस ने पक्के पुल पर रास्ता बंद कर दिया है। NRC, CAB, के खिलाफ आज पुर्वघोषित विरोध प्रर्दशन में जा रहे लोगों को रोकने के कारण बवाल हुआ।
लखनऊ कलेक्ट्रेट में सरकार विरोधी नारेबाजी कर रहे सपाईयों पर पुलिस ने जमकर लाठी चटकाई। रविदास मेहरोत्रा और अनुराग भदौरिया के साथ सपा कार्यकर्ता प्रदर्शन और नारेबाजी कर रहे थे। हंगामा बढ़ते देख पुलिस लाठी फटकारकर सबको खदेड़ा। इस दौरान रविदास मेहरोत्रा और अनुराग भदौरिया के साथ कई सपाइयोंं प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
वहीं काकोरी में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन की भनक लगते ही पुलिस ने पूर्व विधायक इरशाद खां को उनके आवास से गिरफ्तार कर लिया। काकोरी में ताड़तला वार्ड से विरोध जुलूस निकाला गया, जिसको पुलिस फ़ोर्स ने लाठी चला कर खत्म कर दिया । जुलूस सपा नेता सालिम, बसपा नेता अहमद शेर खां, शाहनवाज ने निकाला।
पार्टी कार्यालय आ रहे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओ को पुलिस ने रास्ते में ही हिरासत में लिया। पुलिस ने सभी प्रदर्शनकारियों को जीप में भरकर माल थाने पर ले जाया गया।
पुलिस-प्रशासन के बड़े अफसरों ने सड़क मार्च कर लोगों से संपर्क किया। सभी संवेदनशील इलाकों में निगरानी का जिम्मा मजिस्ट्रेट और पुलिस अधिकारियों को दिया गया है। देर रात पुलिस-प्रशासन के अफसरों ने पुलिस लाइन में बैठक कर सख्ती से निपटने के निर्देश दिए। वहीं पार्टी कार्यालय आ रहे सपा कार्यकर्ताओ को पुलिस ने हिरासत में लिया है। विभिन्न संगठनों की ओर से परिवर्तन चौक पर प्रस्तावित धरने के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ाई गई। चौराहे पर बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स के साथ पीएसी भी मुस्तैद है। हर स्थिति में प्रदर्शनकारियों को रोकने की तैयारी है।
कड़ाके की ठंड में जिले का सियासी पारा एक बार फिर से उबलने लगा है। नागरिकता संशोधन कानून पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता जबरदस्त विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं । लोहिया भवन पर धरना दे रहे समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डेढ़ सौ से ज्यादा कार्यकर्ता लाए गए पुलिस लाइन।
कांग्रेस विधायकों ने भी विधान भवन के बाहर प्रदर्शन कर CAA और NRC के विरोध में प्रदर्शन किया। विधान भवन के बाहर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के समक्ष धरना देने के बाद कांग्रेस विधायकों ने जुलूस भी निकाला। सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से कई संगठन शहर में धारा 144 लागू होने के बावजूद विरोध प्रदर्शन करने पर उतारू हैं। इसे रोकने के लिए प्रशासन अपनी तैयारी में है। दरअसल, विरोध की आड़ में हिंंसा फैलाने की साजिश हो रही है, जिसको लेकर प्रशासन चिंतित है।