हरियाणा में छह शहरों की हवा खराब: कृत्रिम बारिश की तैयारी

पराली जलाने के मामलों में बुधवार को सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद हरियाणा सरकार ने किसानों पर सख्ती और बढ़ा दी है। वीरवार को प्रदेशभर मेें किसानों पर 50 नई एफआईआर दर्ज की गईं, जबकि पराली जलाने के ताजा केस केवल छह सामने आए। यह सभी मुकदमे पराली जलाने के पुराने मामलों में दर्ज किए गए। वहीं, सरकार ने फैसला किया है कि धान का सीजन खत्म होने तक निगरानी और कार्रवाई इसी तरह जारी रहेगी। प्रशासन अब किसानों पर केवल जुर्माना लगाने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि जुर्माना वसूलने पर जोर दिया जाएगा।

दूसरी ओर, हरियाणा के शहरोंं में हवा की गुणवत्ता खराब होती देख वन एवं पर्यावरण मंत्री राव नरबीर ने अधिकारियों से तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है। राव ने कहा कि दूसरे देशों में कृत्रिम बारिश कराई जाती है, इसलिए यहां भी इसकी संभावना तलाशी जा रही है। खासकर एनसीआर के जिलों में ऐसा करने की तैयारी है। इसके लिए विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि रविवार तक मामले का समाधान निकाल लिया जाएगा। उम्मीद है कि इसके सकारात्मक परिणाम आएंगे।

हरियाणा में अब तक कुल 686 स्थानों पर पराली जलाई जा चुकी है। इनमें से 334 किसानों पर कुल 8.45 लाख रुपये जुर्माना किया जा चुका है। हालांकि 242 स्थानों पर आग लगने की पुष्टि नहीं हो पाई है। इनके अलावा ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर विभाग ने 383 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी किया और 24 अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित किया है। वहीं, अब तक कुल 177 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं। वीरवार को 19 और किसानों की मेरी फसल मेरा ब्योरा पोर्टल पर रेड एंट्री की गई है। अब तक 404 किसानों खाते में रेड एंट्री हो चुकी है।

जुर्माने के नाम पर केवल खानापूर्ति नहीं होगी
हरियाणा में इससे पहले किसानों से जुर्माना वसूली को लेकर सख्ती नहीं बरती जाती रही है। किसान यहां एक बड़ा वर्ग है और दो बार सरकार किसान आंदोलन भी देख चुकी है। इसी कारण केवल जुर्माने के नाम पर खानापूर्ति की जाती रही है। चूंकि अब सुप्रीम कोर्ट में चार नवंबर को सरकार ने जवाब देना है, ऐसे में कार्रवाई के साथ-साथ वह वसूली पर भी जोर देगी। सूत्रों के अनुसार, अब तक जुर्माना की बेहद कम राशि ही वसूली जा सकी है। कृषि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि इस संबंध में अपने फील्ड के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं।

छह शहरों की हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं

हरियाणा के छह शहरों में हवा की गुणवत्ता में कोई सुधार नहीं है। पिछले पांच दिन से इन शहरों का वायु गुणवत्ता सूचकांक औसतन 200 से अधिक है। इनमें गुरुग्राम, भिवानी, चरखीदादरी, सोनीपत, जींद व हिसार शहर शामिल हैं। इन सभी छह शहरों का एक्यूआई वीरवार को भी 200 से लेकर 300 के बीच रहा। गुरुग्राम में स्माॅग का कहर बढ़ता जा रहा है। आसमान में धूल के कण साफ दिखाई दे रहे हैं जिस कारण किरणें जमीन तक नहीं पहुंच पा रही। तीन दिन पहले सड़कों पर विजिबिलिटी 100 मीटर तक थी। अब यह करीब 50 मीटर तक रह गई है।

एक्यूआई 200 से ज्यादा ही चल रहा

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) का पूर्वानुमान है कि शुक्रवार को एक्यूआई खराब श्रेणी में रह सकता है। शनिवार और रविवार को फिर से हवा बेहद खराब होने की आशंका है। देश में सबसे अधिक हवा दिल्ली की खराब है। यहां का एक्यूआई 306 दर्ज किया गया।

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