हरियाणा की भाजपा सरकार द्वारा बजट सत्र में मतांतरण विरोधी कानून लाने से ठीक पहले उसकी सहयोगी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने कानून पर सवाल खड़े कर दिए हैं। मेवात में किए दो बड़े सर्वे के बाद विश्व हिंदू परिषद लंबे समय से हरियाणा सरकार पर लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने का दबाव बना रही है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज लव जिहाद के खिलाफ इसी बजट सत्र में कानून बनाए जाने का संकेत दे चुके हैं, लेकिन भाजपा सरकार में साझीदार डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने कानून में शामिल किए जाने वाले ‘लव जिहाद’ शब्द से सहमत नहीं होने का ऐलान कर दिया है।
जजपा संयोजक दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हमें लव जिहाद जैसा शब्द कानून में इस्तेमाल करना सही नहीं लगता। यदि सरकार महिलाओं की सुरक्षा के लिए कानून बनाने जा रही है तो हम उसका खुलकर समर्थन करेंगे। खासकर जबरन धर्म परिवर्तन के मामलों से निपटने के लिए ही हमें इस कानून से मदद मिलेगी तो हम इसका समर्थन करेंगे। लेकिन, यदि कोई महिला या व्यक्ति स्वेच्छा से अपना मजहब बदलता है या दूसरे मजहब के साथी से विवाह करता है तो कोई रोक नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि लव जिहाद की बढ़ती घटनाओं के मद्देनजर हरियाणा सरकार ने इसी बजट सत्र में लव जिहाद के खिलाफ कानून बनाने की घोषणा की थी। इस कानून का ड्राफ्ट तैयार करने वाली गृह सचिव (प्रथम) टीएल सत्याप्रकाश, एडीजीपी कानून व्यवस्था नवदीप सिंह विर्क तथा एडवोकेट जनरल के प्रतिनिधि दीपक मनचंदा की कमेटी अपनी रिपोर्ट सौंप चुकी है। इस ड्राफ्ट कानून पर मंत्रणा चल रही है। बजट सत्र के आखिरी दिन 16 मार्च को मतांतरण विरोधी कानून विधानसभा में पेश किया जाएगा। इससे पहले ही दुष्यंत चौटाला की यह टिप्पणी सरकार के लिए मुश्किल बढ़ाने वाली साबित हो सकती है।
दुष्यंत चौटाला और अनिल विज दो ऐसे मंत्री हैं, जिनका विभिन्न मुद्दों पर आपस में टकराव रह चुका है। टकराव के बावजूद दोनों कई बार एक-दूसरे के पास चाय भी पी चुके हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इन दोनों के टकराव को किसी सूरत में व्यक्तिगत नहीं मानते। दुष्यंत चौटाला ने पार्टी कार्यालय में जजपा अल्पसंख्यक विंग की बैठक में अपने कार्यकर्ताओं के साथ लव जिहाद सरीखे शब्द पर चर्चा की है। भाजपा नेता अक्सर ‘लव जिहाद’ शब्द का इस्तेमाल करते रहे हैं। इसी शब्द को आगे रखकर उत्तर प्रदेश, हिमाचल और मध्य प्रदेश में कानून भी तैयार हो चुके हैं। ऐसा ही कानून गुजरात में भी लाया जा रहा है।
इसके अलावा हरियाणा में भी भाजपा की सरकार है और हरियाणा चौथा ऐसा प्रांत होगा, जहां इस तरह का कानून होगा। दुष्यंत चौटाला ने एक टीवी चैनल से कहा कि वे किसी कानून में ‘लव जिहाद’ नाम के शब्द से सहमत नहीं हैं। लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल यह जाहिर करने के लिए किया जाता है कि मुस्लिम पुरुषों द्वारा हिंदू लड़कियों को फंसाकर संबंध स्थापित किए जाते हैं और फिर उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जाता है, जबकि सभी केस में ऐसा नहीं होता है। इसलिए लड़कियों व महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनने वाले ऐसे सभी कानूनों का हम समर्थन करेंगे और सरकार का साथ देंगे, जिसमें लव जिहाद शब्द का इस्तेमाल नहीं होगा।