हरियाणा में अब प्रदेशभर के कंपार्टमेंट और री-अपीयर के 28205 विद्यार्थी मार्च-2024 में दसवीं बोर्ड की परीक्षा दोबारा देंगे। वहीं, इस परीक्षा में सफल 14086 विद्यार्थियों को अब दसवीं का प्रमाणपत्र मिल जाएगा।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने 19 से 31 अक्तूबर तक दसवीं कक्षा के सभी विषयों के संपूर्ण पाठ्यक्रम के साथ परीक्षा कराई थी। बोर्ड की नई नीति के अनुसार अक्तूबर की परीक्षा में पास होने वाले परीक्षार्थी को फरवरी-मार्च 2024 में होने वाली दसवीं की एकेडमिक परीक्षा में बैठना अनिवार्य नहीं है।
अगर, विद्यार्थी अपने प्राप्तांक से संतुष्ट नहीं हैं, तो वह फरवरी-मार्च की परीक्षा देकर बेहतर अंक हासिल कर सकते हैं। फेल होने की स्थिति में उसका अक्तूबर में दी गई दसवीं की परीक्षा का परिणाम ही बहाल रहेगा। मध्य शिक्षा सत्र में ही 14,086 परीक्षार्थियों ने दसवीं पास कर ली है।
अब ये विद्यार्थी आगे अपने कॅरिअर को चुनकर उसमें प्रवेश परीक्षा की बेहतर तैयारियों में जुट सकते हैं। जबकि 28205 की कंपार्टमेंट और री-अपीयर आया है। उन्हें अब फरवरी-मार्च 2024 में फिर से दसवीं की परीक्षा देनी होगी।
इसी सप्ताह बोर्ड 12वीं का परीक्षा परिणाम भी करेगा जारी
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड डिजिटल मूल्यांकन प्रणाली के तहत बारहवीं की उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य करा रहा है। इसी सप्ताह बोर्ड बारहवीं का परीक्षा परिणाम भी जारी कर देगा। बोर्ड ने अक्तूबर 2023 में बारहवीं की संपूर्ण विषयों के साथ परीक्षा कराई थी। इसमें पास होने वाले विद्यार्थी में अब स्कूली शिक्षा मार्च से पहले ही पास कर कॉलेज में दाखिले की तैयारियों में अभी से जुट जाएंगे।
सेकेण्डरी (शैक्षिक )
परीक्षार्थी प्रविष्ट उत्तीर्ण कम्पार्टमेंट पास प्रतिशतता
- 17962 -7382 – 9767 -41.10
- छात्र- 10333 -4206 -5593 -40.70
- छात्राएं-7629 -3176 -4174 -41.63
सेकेण्डरी ( मुक्त विद्यालय)
परीक्षार्थी प्रविष्ट उत्तीर्ण कम्पार्टमेंट पास प्रतिशतता
- 25142 -6704 -18438 -26.66
- छात्र- 14990 -3921 -11069 -26.16
- छात्राएं-10151 -2782 -7369 -27.41
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड ने पहली बार डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम के साथ-साथ साल में दो बार संपूर्ण विषयों के साथ दसवीं और बारहवीं की परीक्षाएं कराने का निर्णय लेकर परीक्षाएं कराई हैं। अक्तूबर की परीक्षा में जो परीक्षार्थी पास हो चुके हैं, उन्हें अब अगली परीक्षा में बैठने की अनिवार्यता नहीं होगी। विद्यार्थी की इच्छा है कि वह प्राप्तांक से और बेहतर अंक लेना चाहता है तो दोबारा परीक्षा में बैठ सकता है। अगर विद्यार्थी के पहली परीक्षा से कम अंक दूसरी परीक्षा में आते हैं तो पहली परीक्षा के अंक ही मान्य रहेंगे। -डॉ वीपी यादव अध्यक्ष हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी।