हरियाणा में मौसम ने इन दिनों करवट ले ली है। अक्टूबर के पहले सप्ताह में ही बारिश का दौर शुरू हो गया है, जिससे सुबह-शाम ठंडक का एहसास होने लगा है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, यह बदलाव पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी के प्रभाव से जुड़ा है, जो मैदानी इलाकों तक ठंडी हवाओं को ला रहा है। वहीं, पिछले तीन दिनों से प्रदेशभर में हो रही बारिश के कारण तापमान में 12 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है।
बता दें कि हिसार समेत प्रदेश के कई जिलों में ओलावृष्टि भी हुई है। मौसम विभाग के अनुसार, बुधवार को भी प्रदेश में बूंदाबांदी का अनुमान है। वीरवार को पश्चिम विक्षोभ का असर कम होने के बाद मौसम साफ होने लगेगा। बारिश से धान समेत कई फसलों को नुकसान पहुंचा है, वहीं दक्षिण हरियाणा के जिलों में सरसों, चना की बिजाई के लिए बारिश को फायदेमंद माना जा रहा है।
पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने से रविवार और सोमवार को प्रदेशभर में बारिश हुई। मंगलवार को भी प्रदेश के लगभग 12 जिलों में बारिश रिकॉर्ड की गई है। पिछले तीन दिनों में हुई बारिश व ओलावृष्टि के बाद तापमान में 12 डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट आई है। प्रदेश में इस बारिश से पहले अधिकतम तापमान 34 से 38 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया जा रहा था।
अब प्रदेश के जिलों में अधिकतम तापमान 22 से 29 डिग्री तक लुढ़क गया है। सबसे अधिक तापमान पलवल में 32 डिग्री रिकॉर्ड किया। न्यूनतम तापमान की बात करें तो प्रदेश में 16.9 से लकर 21.1 डिग्री सेल्सियस तक रहा। पूरे प्रदेश में न्यूनतम व अधिकतम तापमान सामान्य से कम है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन ने बताया कि बुधवार 8 अक्तूबर को उत्तरी और पूर्वी जिलों में हल्की बारिश की संभावना बन रही है। वीरवार से मौसम साफ होने लगेगा।