चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत ने तंजावुर में सुखोई लड़ाकू विमान के 12वें स्क्वॉड्रन की तैनाती के दौरान भारत की रक्षा तैयारिकों की जानकारी दी। उन्होंने पाकिस्तान पर कहा कि तीनों रक्षा सेवाएं किसी भी विकल्प पर काम करने के लिए तैयार हैं।

उन्होंने कहा कि परिदृश्य की भविष्यवाणी करना बहुत मुश्किल है लेकिन हम किसी भी कार्य के लिए हमेशा तैयार रहते हैं जो हमें सौंपा जाता है। उन्होंने कहा कि तीनों सेनाएं आपसी तालमेल के कार्रवाई को अंजाम देंगी।
बता दें कि आज तमिलनाडु के तंजावुर एयरफोर्स स्टेशन पर ब्रह्मोस से लैस सुखोई 30 एमकेआई के 12वें स्क्वॉड्रन को आधिकारिक रूप से तैनात किया गया। यह स्क्वॉड्रन हिंद महासागर में भारतीय जल क्षेत्र की निगहबानी करेगा।
सुपरसोनिक मिसाइल ब्रह्मोस से लैस सुखोई 30 एमकेआई विमानों के पहले स्क्वॉड्रन की तैनाती के दौरान चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत और वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया उपस्थित रहे। इस अवसर पर वायुसेना की सारंग टीम ने कई करतब दिखलाए। इस मिसाइल को विमान में फिट करने के लिए कई बदलाव भी किए गए हैं।
चीन के शिनजियांग प्रांत को ग्वादर बंदरगाह से जोड़ने वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक कॉरिडोर (सीपीईसी) प्रोजेक्ट के कर्ज का बोझ पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था के लिए भारी साबित होने लगा है। विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि अपनी लगातार गिरती अर्थव्यवस्था से जूझ रहा पाकिस्तान इस कर्ज को उतारने के लिए अपने कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) का कुछ हिस्सा चीन को सौंप सकता है।
द यूरेशियन टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान की तरफ से यह कदम उठाए जाने पर चीन को भारत की तरफ से कड़ा प्रतिरोध किए जाने का डर है। भारत पहले ही सीपीईसी प्रोजेक्ट को पीओके के गिलगित-बाल्टिस्तान क्षेत्र से गुजारने को अपनी संप्रभुता का हनन बताते हुए विरोध जता चुका है।
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