भारत और श्रीलंका की क्रिकेट टीमें शुक्रवार को महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) स्टेडियम में तीसरे और आखिरी टी-20 मैच के लिए आमने-सामने होंगी. गुवाहाटी में खेला गया पहला मैच बारिश और गीली पिच के कारण रद्द हो गया था जबकि इंदौर में खेले गए दूसरे मैच में भारत ने एकतरफा जीत हासिल कर सीरीज में 1-0 की बढ़त ले ली है. इस मैच को जीत मेजबान टीम साल की पहली सीरीज अपने नाम करने की कोशिश में होगी जबकि श्रीलंका बराबरी की इच्छा लेकर मैदान पर उतरेगी.
भारत के लिए दूसरे मैच में जहां सब कुछ अच्छा रहा था वहीं श्रीलंका को हर विभाग में दिक्कतें आई थीं. भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंका को बड़ा स्कोर नहीं करने दिया था जिसमें अहम भूमिका नवदीप सैनी और शार्दूल ठाकुर ने निभाई थी. दोनों ने मिलकर पांच विकेट लिए थे. इंदौर में उम्मीद थी कि वापसी कर रहे जसप्रीत बुमराह अपना जलवा दिखाएंगे. वह हालांकि मिला-जुला प्रदर्शन ही कर सके थे. बुमराह ने चार ओवर फेंके थे और 32 रन देकर एक विकेट लिया था.
यह सीरीज बुमराह के लिहाज से काफी अहम है क्योंकि न्यूजीलैंड दौरे पर जाने से पहले वह अपनी पुरानी लय हासिल करना चाहते हैं. आखिरी मैच में भी बुमराह की कोशिश होगी कि वह पुराने रूप की तरफ लौटे.
वहीं बल्लेबाजी में लोकेश राहुल, श्रेयस अय्यर, कोहली ने अहम योगदान दिया था और अच्छी बल्लेबाजी की थी. हां शिखर धवन की बल्लेबाजी ने पिछले मैच में निराश किया था. चोट के बाद वापसी कर रहे धवन को भी बुमराह की तरह लय हासिल करने में परेशानी हो रही थी. वह गेंद को बल्ले पर सही तरह से ले नहीं पा रहे थे. दूसरे मैच में धवन एक बार फिर फॉर्म में वापसी की कोशिश करेंगे. भारत के लिए बाकी सब कुछ सही रहा था. इसी कारण बदलाव की उम्मीद कम ही नजर आती है. इसी लिहाज से देखा जाए तो संजू सैमसन को फिर मौका मिलता नहीं दिख रहा है.
वहीं श्रीलंका की बात की जाए तो उसका प्रदर्शन किस तरह का निराशाजनक था इस बात का पता उसके नए कोच मिकी आर्थर के बयान से पता चल जाता है जो उन्होंने दूसरे मैच के बाद दिया था. कोच ने कहा था, “अधिकतर समय, सही समय पर खेल की कम समझ होने की कमी से हमें नुकसान हुआ.” कोच अपने बल्लेबाजों के खासे नाराज दिखे थे. उन्होंने कहा था कि बल्लेबाजों का स्ट्राइक रोटेट न करना नुकसानदायक रहा. कोच की बात पर बल्लेबाज कितना अमल करते हैं यह मैच के दिन पता चलेगा.
वहीं गेंदबाजी में श्रीलंका को एक और झटका लगा है. दूसरे मैच से पहले चोटिल हुए तेज गेंदबाज इसुरु उदाना के तीसरे मैच में भी नहीं खेलेंगे. दूसरे मैच के बाद टीम के कप्तान लसिथ मलिंगा ने कहा था कि उन्हें अपने प्रमुख गेंदबाज उदाना की कमी खली.
कप्तान अपने मुख्य गेंदबाज के न रहते हुए मलिंगा टीम की जिम्मेदारी सफलता से संभालते हैं इस पर संदेह है क्योंकि पहले मैच में टीम की गेंदबाजी भी अच्छी नहीं रही था. मलिंगा ने खुद चार ओवरों में 41 रन दिए जबकि वह टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज हैं. श्रीलंका के लिए मौजूदा फॉर्म में भारत को मात देना संभव नहीं लग रहा लेकिन खेल के इस सबसे छोटे प्रारूप में कभी भी कुछ भी हो सकता है.