मध्यप्रदेश में जारी सियासी संकट के बीच बंगलूरू में रूके हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थक विधायकों ने कमलनाथ सरकार से जान का खतरा जताया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जब सिंधिया के ऊपर जानलेवा हमला हो सकता है तो हम सुरक्षित कैसे हैं।
बागी विधायकों ने कांग्रेस की दलीलों को खरिज करते हुए कहा कि हम अपनी मर्जी से बंगलूरू आए हुए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे परिजनों को परेशान किया जा सकता है। वहीं एक अन्य विधायक ने कहा कि हमें विधानसभा अध्यक्ष से मिलने से भी रोका जा सकता है।
बता दें कि बंगलूरू में ठहरे इन 22 विधायकों में से छह विधायकों की सदस्यता शनिवार शाम विधानसभा अध्यक्ष एनपी प्रजापति ने खत्म कर दी थी।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री की सिफारिश पर राज्यपाल पहले ही तुलसीराम सिलावट, महेंद्र सिंह चौहान, डॉ. प्रभुराम चौधरी, इमरती देवी, गोविंद सिंह राजपूत और प्रद्युम्न सिंह को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर चुके हैं।
सूत्रों के अनुसार, सिंधिया समर्थक कांग्रेस विधायकों को सोमवार को विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले भोपाल लाए जाने की संभावना है।