आर्थिक मोर्चे पर अमेरिका से मिल रही चुनौतियों के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने मंगलवार को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने अमेरिका का नाम लिए बगैर आगाह किया कि आर्थिक विकास की राह पर चल रहे चीन को कोई धौंस नहीं दे सकता।
जिनपिंग ने चीन में आर्थिक सुधारों के सूत्रपात की 40वीं वर्षगांठ के मौके पर अपने संबोधन में आर्थिक सुधार जारी रखने का वादा किया। इसके साथ ही उन्होंने स्पष्ट कर दिया कि चीन एक पार्टी की नीति से पीछे नहीं हटेगा।
सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी के समारोह में अमेरिका का नाम लिए बिना जिनपिंग ने कहा, “कोई इस स्थिति में नहीं है कि चीनी लोगों को यह आदेश दे कि वे क्या करें या क्या ना करें। हमें सख्ती के साथ सुधार जारी रखने चाहिए।”
अमेरिका और यूरोप की लंबे समय से यह शिकायत रही है कि चीन के बाजार में पूरी तरह प्रवेश में कई तरह की रुकावटें हैं। जबकि चीनी कंपनियां पश्चिम की खुली अर्थव्यस्था का पूरा लाभ उठा रही हैं।
चीन में महज 3.1 फीसद गरीबी दर
चीन के दिवंगत सर्वोच्च नेता डेंग जियाओपिंग ने 18 दिसंबर, 1978 को आर्थिक सुधार की नीति लागू की थी। चीन में तब ग्रामीण आबादी में गरीबी दर 97.5 फीसद थी। यह दर गिरकर पिछले साल 3.1 फीसद के स्तर पर आ गई थी।