गाजा में युद्धविराम की घोषणा के चंद घंटों बाद ही हमास का क्रूर चेहरा सामने आ गया है। हमास ने इस्राइली जासूस होने का आरोप लगाते हुए गाजा में बीच सड़क आठ लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी। हमास ने कैमरे के सामने ये हत्याएं कर अपनी ताकत का भी प्रदर्शन किया है। मालूम हो कि युद्धविराम के बाद इस्राइली सेना गाजा में पीछे हटने लगी है।
इसी के साथ ही हमास फिर से पूरे दमखम के साथ गाजा में ताकत बढ़ाने में जुट गया है। इसी क्रम में गाजा में इन हत्याओं को अंजाम दिया है। इसका एक वीडियो भी वायरल हो रहा है, जिसमें 8 लोगों को आंखों पर पट्टी बांधकर सड़क पर बैठाया गया और हमास के लड़ाकों ने उन्हें गोली मार दी। इस दौरान भीड़ में मौजूद कुछ लोग अल्लाह-हू-अकबर के नारे लगाते भी नजर आए। इस्राइली सेना के पीछे हटने के साथ ही हमास ने स्थानीय हथियारबंद गिरोहों पर हमले शुरू कर दिए हैं, जो इस्राइल के कब्जे वाले इलाकों में ताकतवर हो गए थे। इन पर आरोप है कि ये राहत सामग्री लूटकर बेच रहे थे, जिससे गाजा में भुखमरी बढ़ी। हमास की पुलिस अब इनको निशाना बना रही है।
21 बंधकों के शव अभी हमास के कब्जे में
सात अक्तूबर 2023 को हमास के हमले में पकड़े गए बंधकों की कुल संख्या 251 थी, जिनमें से अदला-बदली या अन्य सौदों के तहत छोड़े गए जीवित बंधकों की संख्या 160 रही। सौदों के तहत 51 बंधकों के शव भी इस्राइल को लौटा दिए गए हैं। अभी भी हमास के पास 21 बंधकों के शव मौजूद हैं। इन्हें लौटाने के लिए इस्राइल ने हमास पर दबाव बढ़ा दिया है।
इस्राइल ने फलस्तीनियों के 45 और शव सौंपे इस्राइल ने गाजा से कब्जे में लिए फलस्तीनियों के 45 और शव सौंप दिए। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि उसे इस्राइल से फलस्तीनियों के 45 और शव प्राप्त हुए हैं। इसके साथ ही संघर्ष के दौरान या उसके कब्जे में मारे गए अब तक फलस्तीनियों के कुल 90 शव सौंपे जा चुके हैं।