कोरोना ने सोमवार को फिर हमला तेज कर दिया, चौबीस घंटों के दौरान 335 और लोग महामारी की चपेट में आ गए। रविवार को 272 लोग संक्रमित मिले थे, वहीं 324 लोगों ने कोरोना को मात दे दी। विभिन्न अस्पतालों से 41 कोविड संक्रमितों को डिस्चार्ज किया गया, जबकि 280 मरीजों का होम आइसोलेशन पूरा हो गया।
सीएमओ मेजर डॉ. जीएस बाजपेयी के मुताबिक सोमवार को 335 नए कोविड संक्रमितों के साथ कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 3433 हो गई है। जिले में अब तक 17017 लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं।
सोमवार को कोविड केयर सेंटर कालिंदीपुरम से सात, यूनानी मेडिकल कॉलेज से दो, रेलवे हॉस्पिटल से पांच मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। इसी प्रकार बेली अस्पताल से नौ, यूनाइटेड मेडिसिटी और साईंनाथ वात्सल्य, एएमए हॉस्पिटल से तीन-तीन मरीज डिस्चार्ज किए गए। एसआरएन अस्पताल से सर्वाधिक 14 मरीजों को छुट्टी देकर घर भेजा गया।
अब नहीं मिल रहा जांच का ब्योरा
जिले में कितने संदिग्ध कोरोना मरीजों की जांच हो रही है, कितनों की रिपोर्ट पॉजिटिव या निगेटिव है, इस बारे में जिला प्रशासन और सीएमओ ने जानकारी देने की व्यवस्था फिलहाल स्थगित कर दी है। इसके पीछे कारण जो भी हो, लेकिन उन लोगों को भी रिपोर्ट नहीं मिल पा रही है, जिन्होंने कोविड की जांच कराई है। वेबसाइट पर ताजे आंकड़े अपडेट नहीं किए जा रहे हैं।
एसआरएन अस्पताल के कोविड वार्ड में सोमवार को मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. एसपी सिंह वरिष्ठ चिकित्सकों के साथ पीपीई किट पहनकर निरीक्षण करने पहुंचे। डॉक्टरों, कर्मचारियों से दवा, उपचार के बारे मेें जानकारी लेकर उन्होंने वार्डों और शौचालयों की साफ सफाई भी देखी। प्राचार्य ने कई मरीजों से उनकी सेहत के बारे में जानकारी ली।
अधिकांश लोगों से व्यवस्थाओं और भोजन के संबंध में फीडबैक लिया। उनके ढाई घंटे के निरीक्षण के दौरान सुपरिटेंडेंट डॉ. मोहित जैन, एसआईसी डॉ. एके श्रीवास्तव, प्रभारी कोविड डॉ. माथुर, उप प्रभारी डॉ. सुजीत वर्मा, डॉ. राकेश यादव, डॉ. राजीव गौतम, डॉ. कोमल आदि भी मौजूद रहे।