विकीलीक्स संस्थापक जुलियन असांजे को लंदन में इक्वाडोर एंबैसी से हटाए जाने के एक माह बाद स्वीडन इस बात का फैसला लेगा कि असांजे के खिलाफ दर्ज यौन उत्पीड़न का मामला दोबारा खोला जाए या नहीं। यह मामला खत्म हो चुका है लेकिन पीड़ित के वकील ने दोबारा जांच शुरू करने का आग्रह किया है। इसपर स्वीडन के प्रॉसीक्यूटर फैसला लेंगे कि इस मामले में दोबारा जांच शुरू हो या नहीं। पीड़िता के वकील के आग्रह पर इस मामले को दोबारा शुरू किया जा सकता है। हालांकि असांजे ने स्वीडन में किसी यौन उत्पीड़न के अपराध से इंकार किया है। लेकिन अमेरिका में गोपनीय दस्तावेजों को हथिया कर उन्हें सार्वजनिक करने का गंभीर आरोप है। अमेरिका ने इसी मामले में दर्ज मुकदमों को लेकर असांजे के प्रत्यर्पण की मांग की है।
स्वीडन की पब्लिक प्रॉसिक्यूशन डिप्टी डायरेक्टर इवा-मैरी पर्सन स्टॉकहोम में न्यूज कांफ्रेंस आयोजित करेंगी। यदि स्वीडन में यह मामला दोबारा शुरू होता है तब यह ब्रिटेन को निर्णय लेना होगा कि असांजे को प्रत्यर्पित किया जाए या नहीं। जूलियन असांजे पर स्वीडन में यौन उत्पीड़न का आरोप लगा था। जिसके बाद लंदन स्थित वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट ने 29 जून, 2012 को गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। कोर्ट ने उन्हें सरेंडर करने को कहा था, लेकिन असांजे ने गिरफ्तारी से बचने के लिए इक्वाडोरियन दूतावास में शरण ले ली थी। बाद में स्वीडन ने असांजे पर से यौन उत्पीड़न से जुड़े मामले को हटा दिया। बीते साल 12 दिसंबर से असांजे को इक्वाडोर की नागरिकता मिली।