केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने मंगलवार को कहा कि आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (एबी-पीएमजेएवाई) के तहत 1.26 करोड़ से अधिक लाभार्थियों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया गया। उन्होंने कहा कि 2018 में योजना के शुरू होने के बाद से अब तक 12.5 करोड़ ई-कार्ड जारी किए गए हैं।
एबी-पीएमजेएवाई के दो साल पूरे होने पर ‘आरोग्य मंथन’ 2.0 की अध्यक्षता कर रहे हर्षवर्धन ने कहा कि योजना के तहत आर्थिक और सामाजिक रूप से कमजोर 53 करोड़ भारतीयों को लाया गया है। इसके तहत हर पात्र परिवार को पांच लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा कवर मिला हुआ है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस योजना के तहत अब तक 15,500 करोड़ रुपये से अधिक का इलाज मुहैया कराया जा चुका है। इसकी वजह से न सिर्फ करोड़ों लोगों की जान बची है, जबकि महंगे इलाज की वजह से कई घर भी उजड़ने से बच गए हैं।
करीब 29 हजार गरीबों को मिला कोरोना का मुफ्त इलाज
आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग 29 हजार गरीबों को कोरोना का मुफ्त इलाज उपलब्ध कराया गया। इसके साथ ही 2.24 लाख लाभार्थियों का मुफ्त में कोरोना का टेस्ट भी कराया गया। कोरोना के मरीजों से संपर्क और परामर्श के लिए शुरू किये गए विभिन्न प्रयासों के तहत नेशनल हेल्थ अथारिटी (NHA) की ओर से 95 लाख से अधिक कॉल हैंडल किये गए। ध्यान देने की बात है कि एनएचए ही आयुष्मान भारत योजना का क्रियान्वयन करता है।