प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार देशों की अपनी छह दिवसीय यात्रा के दूसरे पड़ाव पर मंगलवार को जर्मनी से स्पेन की राजधानी मैड्रिड पहुंच गए. बुधवार को मैड्रिड में पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन है. आतंकवाद से कोई भी देश अछूता नहीं है. उन्होंने कहा कि भारत-स्पेन के बीच रिश्ते को मजबूत बनाएंगे. भारत न्यू इंडिया के संकल्प के साथ आगे बढ़ेगा.
उन्होंने कहा कि भारत और स्पेन एक-दूसरे के हितों के लिए काम करें. बुधवार को पीएम मोदी ने स्पेन के राष्ट्रपति मरिआनो रजोय से भी मुलाकात की. मोदी के इस दौरे का मकसद द्विपक्षीय आर्थिक संबंधों को मजबूत बनाना और भारत में निवेश के लिए आमंत्रित करना है. मोदी जर्मनी में द्विपक्षीय समाझौते और वहां की चांसलर एंगेला मर्केल से गुफ्तगू करने के बाद स्पेन पहुंचे हैं.
स्पेन की राजधानी मैड्रिड पहुंचते ही पीएम मोदी ने अंग्रेजी और स्पेनिश भाषा में ट्वीट कर इसकी जानकारी दी. उन्होंने अपने इस स्पेन दौरे को आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों को सुधारने की दिशा में अहम कदम करार दिया. साल 1988 के बाद स्पेन का दौरा करने वाले मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं.
Landed in Spain, marking the start of a very important visit aimed at improving economic and cultural relations with Spain. pic.twitter.com/xXOuuZv9tl
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता गोपाल बांगले ने ट्वीट कर बताया कि मैड्रिड पहुंचने पर स्पेन के वित्तमंत्री ने मोदी का जबरदस्त स्वागत किया. बुधवार को पीएम मोदी अपने स्पेनिश समकक्ष मरिआनो रजोय से मुलाकात करेंगे. इस बीच दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत बनाने को लेकर चर्चा होगी. पीएम मोदी स्पेन के किंग फेलिप VI से भी मुलाकात करेंगे.
इसके अलावा पीएम मोदी भारत में निवेश के इच्छुक स्पेन के दिग्गज कारोबारी नेताओं के साथ गोलमेज बैठक करेंगे. विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया कि मोदी के इस दौरे से भारत-स्पेन के दोस्ताने द्विपक्षीय रिश्ते मजबूत होंगे और इनमें तेजी आएगी. स्पेन के बाद पीएम मोदी रूस के लिए रवाना होंगे, जहां वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ 18वें भारत-रूस वार्षिक समिट में हिस्सा लेंगे. इसके बाद सेंट पीटरबर्ग इंटरनेशनल इकोनॉमिक फोरम में हिस्सा लेंगे. इसके बाद दो जून को पीएम मोदी फ्रांस के लिए रवाना होंगे.