गुजरात के नर्मदा जिले में स्थित विख्यात ‘स्टैच्यू ऑफ यूनिटी’ के पास दो तालाबों के मगरमच्छों को यहां आने वाले पर्यटकों की सुरक्षा के चलते स्थानांतरित किया जा रहा है. अधिकारियों ने रविवार को इस बारे में जानकारी दी. उन्होंने हालांकि उन खबरों का खंडन किया है कि यह कदम सीप्लेन सेवा शुरू करने के लिए उठाया जा रहा है.
एक अधिकारी ने कहा है कि मगरमच्छों को पकड़ने के लिए उन दोनों तालाबों के किनारे लगभग 20 पिंजरे लगाए गए हैं, जिन्हें आधिकारिक तौर पर डाइक 3 और 4 के नाम से जाना जाता है. अधिकारी ने कहा है कि ये तालाब तटबंध सरदार सरोवर बांध से छोड़े गए जल को स्थिर करने के लिए बनाए गए कृत्रिम जलाशय हैं.
वन संरक्षक (वडोदरा वन्यजीव क्षेत्र) आराधना साहू ने कहा है कि अभी तक 12 मगरमच्छ पकड़े जा चुके हैं, हालांकि उन्होंने यह भी कहा है कि इनकी संख्या को लेकर ऐसा कोई विशेष लक्ष्य निर्धारित नहीं किया गया है, जिन्हें पकड़ने की आवश्यकता है. साहू ने कहा है कि, ‘‘केवड़िया गांव के पास स्थित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का इलाका बड़ी संख्या में पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है. चूंकि इन तालाबों में मगरमच्छ हैं, इसलिए ये पर्यटकों के लिए खतरा बन सकता है. हमने इनको दुसरे स्थान पर स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.’’