भारत विकास परिषद (भाविप) उत्तर क्षेत्र-2 का क्षेत्रीय अधिवेशन रविवार को सेवा साधना केंद्र हरियाणा के पानीपत के समालखा में हुआ। इसमें दिल्ली और हरियाणा के विभिन्न स्थानों से करीब 200 शाखाओं के तीन हजार कार्यकर्ता शामिल हुए। यहां परिषद के कार्यों की समीक्षा करने के साथ योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की गई। साथ ही परिषद के कार्यों को जन-जन तक ले जाने पर जोर दिया गया।
प्रांतीय संघचालक पवन जिंदल ने परिषद संस्थापक डाॅ. सूरज प्रकाश के विचारों से प्रेरित पांच बिंदु संपर्क, सहयोग, संस्कार, सेवा, समर्पण आधारित सार्थक काम करने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि परिषद में विस्तार हो रहा है, लेकिन इसे अभी और आगे ले जाना है। सांसद संजय भाटिया ने कहा कि परंपराओं के इस महान देश में संगठित और राष्ट्रवाद से प्रेरित होकर देश के उत्थान में सहयोग करना है। इसके लिए सबको एकजुट होकर काम करना होगा।
परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्याम शर्मा ने उद्घाटन सत्र में कहा कि विश्वास से श्रद्धा और श्रद्धा से भक्ति उत्पन्न होती है। ऐसे भक्ति भाव से भारत भूमि को मां मानकर सेवा करनी चाहिए। ऋषियों ने भारत को धर्मभूमि और योद्धाओं ने कर्म भूमि कहा है। यह राष्ट्र विशाल प्राकृतिक संपदाओं से भरा है।
क्षेत्रीय कार्यवाह विजय ने कहा कि कार्यकर्ता स्वार्थ रहित होकर उच्च नैतिक स्तर पर कार्य करें। वंचित समाज के भले के लिए योजना बनाकर उनका क्रियान्वयन करें ताकि उसका सार्थक परिणाम मिले। राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश जैन ने कहा कि कार्यकर्ताओं की छवि समाज में अनुपालन करने योग्य होनी चाहिए।
जिससे परिषद की छवि जनमानस के मन मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव डाले और अन्य लोग इस राष्ट्र निर्माण के यज्ञ में आहुति डालें। भारत विकास परिषद के संगठन मंत्री विक्रांत खंडेलवाल ने कहा कि शंखनाद नाम से हुए इस अधिवेशन का प्रायोजन परिषद की गतिविधियों और सकारात्मक परिणामों को जन-जन तक पहुंचाना है।
उन्होंने कहा कि अति शिक्षित केरल में सर्वाधिक वृद्धाश्रम संस्कार रहित शिक्षा का ही परिणाम है। अधिवेशन में मुख्यातिथि सांसद संजय भाटिया और विशिष्ट अतिथि विजय जैन, प्रसिद्ध उद्योगपति एवं समाजसेवी जगदीश जैन और ईश्वर गोयल रहे, जबकि क्षेत्रीय महासचिव राजकुमार अग्रवाल ने मंच संचालन किया। समापन पर कार्यक्रम अध्यक्ष विनीत गर्ग ने सबका आभार जताया।
अधिवेशन में लगी प्रदर्शनी को सराहाहरियाणा मध्य प्रांत के अध्यक्ष प्रवीण गुप्ता ने बताया कि अधिवेशन में संपर्क सहयोग, सेवा, संस्कार और समर्पण की अद्भुत व शानदार मिसाल देखने का मिली। विभिन्न स्थानों से आए भारत विकास परिषद के महिला व पुरुष कार्यकर्ताओं ने अपने अनुभवों को साझा किया। क्षेत्रीय अधिवेशन के संयोजक शिवकुमार मित्तल व सह संयोजक दीपक जिंदल ने बताया कि अधिवेशन स्थल पर प्रदर्शनी भी मनमोहक रही। यहां क्षेत्र के नौ प्रांतों की शाखाओं के कार्यों का बहुत ही शानदार तरीके से चित्रण किया गया।