लगता है युवाओं के हौसले व ताकत पर जंग लगती जा रही है। वे चंद कदम दौडऩे के बाद हांफ जाते हैं। इसकी सच्चाई सेना भर्ती मेले में सामने आई, जिसे देखकर सैन्य अधिकारी भी हतप्रभ हैं। बुधवार को पूरे हुए पहले चरण में सिर्फ 7.27 फीसद युवा ही सफल हो सके। देश सेवा का जज्बा लेकर 55 हजार अभ्यर्थी पहुंच थे, जिसमें चार हजार को ही आगे बढऩे का मौका मिल सका। 15 दिन तक चली प्रक्रिया में गोंडा के अभ्यर्थी सबसे आगे रहे।
चंद कदमों में ही फूल गईं सांस
भर्ती प्रक्रिया से जुड़े सैन्य अधिकारियों के मुताबिक एआरओ लखनऊ क्षेत्र के 14 जनपदों से 85 हजार पंजीकरण हुए थे, जिसमें लगभग 55 हजार युवा फिटनेस टेस्ट देने पहुंचे। इसमें से साढ़े चार हजार अभ्यर्थी ही 5:30 से 5:45 मिनट में 1.6 किमी की दौड़ पूरी कर सके। करीब पैंतालिस हजार युवाओं की चंद कदमों में ही सांस फूल गई। इसके बाद होने वाली प्रक्रियाओं व दस्तावेज न लाने की वजह से 500 अभ्यर्थी दौड़ पूरी करने के बाद भी बाहर हो गए। सैन्य अधिकारियों के मुताबिक पहले चरण में सफल हुए सर्वाधिक 470 अभ्यर्थी गोंडा के हैं, जबकि सबसे कम 220 अभ्यर्थी बाराबंकी के हैं। कानपुर के 320 और कानपुर देहात के 340 अभ्यर्थियों ने पहली बाधा पार की है।
लंबाई और सीने की चौड़ाई में रहे कमजोर
इस बार भर्ती मेले में आए अभ्यर्थियों में लंबाई व सीने की चौड़ाई की कमी बहुत देखने को मिली। दौड़ को सफलतापूर्वक पार करने के बाद करीब 180 अभ्यर्थी इसलिए बाहर हो गए, क्योंकि उनके सीने की चौड़ाई मानक के हिसाब से नहीं थी। सीने की चौड़ाई 77-82 सेमी होनी चाहिए।
दो चरणों में होगी लिखित परीक्षा
भर्ती डायरेक्टर कर्नल दीपक शर्मा ने बताया, फिटनेस टेस्ट में पास अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा देनी होगी। 25 नवंबर को जीडी, टेक्निकल व ट्रेडमैन के लिए लिखित परीक्षा होगी, जबकि क्लर्क और नर्सिंग स्टॉफ के लिए पंजीकरण करने वाले सफल अभ्यर्थियों की लिखित परीक्षा 27 जनवरी को होगी।