भारत के सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने शुक्रवार को कहा कि वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर स्थिति स्थिर लेकिन संवेदनशील है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एलएसी पर भारतीय सैनिकों की तैनाती और अन्य सैन्य सुविधाएं बढ़ाकर हम बेहद मजबूत स्थिति में हैं। इसे हम संतुलित कह सकते हैं। हम सीमा पर किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।
LAC की स्थिति पर क्या बोले सेना प्रमुख?
‘भारत और हिंद-प्रशांत: खतरे और चुनौतियां’ विषय पर एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जनरल मनोज पांडे ने कहा कि एलएसी पर कड़ी निगरानी रखते हुए हमें यह भी देखना होगा कि बुनियादी ढांचे और सैनिकों की आवाजाही के संदर्भ में अन्य क्या विकास हो रहे हैं। सेनाध्यक्ष क्षेत्र में चीन के बढ़ते प्रभाव और उसकी भविष्य की तैयारियों से एलएसी पर बढ़ते तनाव को लेकर पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे।
LAC की स्थिति स्थिर और संवेदनशीलः सेना प्रमुख
उनसे पूछा गया कि पूर्वी लद्दाख सीमा पर पैंगोंग लेक क्षेत्र में पांच मई, 2005 को हुए हिंसक संघर्ष और जून 2020 में गलवन में गंभीर सैन्य संघर्ष से क्या दोनों सेनाएं आमने-सामने खड़ी हैं। वर्तमान में एलएसी पर क्या स्थिति है। जनरल मनोज पांडे ने कहा कि अगर संक्षेप में एलएसी की स्थिति के बारे में कहूं तो यह स्थिर और संवेदनशील है।
अग्रिम मोर्चे पर सैनिकों की तैनाती मजबूत
उन्होंने कहा कि अग्रिम मोर्चे पर सैनिकों की तैनाती अत्यंत मजबूत है। सेना प्रमुख ने कहा कि जहां तक यह हमारी सैन्य तैयारियों का सवाल है, हमारी मजबूत पैदल सेना गठन और पर्याप्त तोपखाने व अन्य तत्व एलएसी पर किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हैं।
भारत और चीन ने अपने सीमा विवाद को हल करने व शांति बनाए रखने के लिए हाल में ताजा उच्च स्तरीय सैन्य सैन्य वार्ता का आयोजन किया। हालांकि, इसमें कोई समाधान नहीं निकल सका। सेना प्रमुख से यह भी पूछा गया कि सीमा पर झगड़ों से क्या सबक सीखा गया है, इस पर उन्होंने कहा कि न केवल सीमा पर क्या हो रहा है, बल्कि मैं कहूंगा कि दुनिया में क्या हो रहा है उससे हमें बहुत गहरे सबक सीखने की जरूरत है।