मंगलम् भगवान विष्णु मंगलम् गरुड़ ध्वज I मंगलम् पुंडरीकाक्ष मंगलाय तनो हरी I जो व्यक्ति इस मंत्र का जाप करेगा वह हमेशा सुखी रहेगा. इस मंत्र के जाप से उसे सुख समृद्धि मिलने लगेगी. व्यक्ति के जितने भी रुके या अटके हुए काम हैं वह बनने लगेंगे और उन्हें सुख का एहसास होने लगेगा. लेकिन इस मंत्र को बोलने का एक सही टाइम है. इसे कभी भी नहीं बोलना. इस मंत्र को सुबह के टाइम बोलने पर ही फल प्राप्त होगा. कुछ दिनों तक ऐसा लगातार करने पर आपको फर्क दिखना शुरू हो जाएगा.
दूसरा मंत्र
गुरुब्रह्मा गुरुविष्णु गुरुदेवो महेश्वर I
परमब्रह्मा तस्मै श्री गुरुवे नमः I
सफलता प्राप्ति के लिए यह दूसरा मंत्र है. इस मंत्र का भी जाप सुबह के वक़्त हर रोज़ करना चाहिए. व्यक्ति जब इस मंत्र का जाप करता है तो इसके ज़रिये वह गुरुओं को नमन करता है और उनसे आने वाले जीवन में शांति की कामना करता है. व्यक्ति की सफलता के पीछे किसी न किसी गुरु का हाथ अवश्य होता है और इसलिए हर सुबह उठकर हमें उन्हें नमन करना चाहिए. हर रोज़ इसका जाप करने पर बदलाव जल्द ही देखने को मिलेगा.
तीसरा मंत्र
कराग्रे वसते लक्ष्मी कर मध्ये सरस्वती I
कर मूले गोविंदाय प्रभाते कर दर्शनम् I
सफलता प्राप्ति का यह तीसरा मंत्र है. इस मंत्र का जाप सुबह उठकर बिस्तर पर बैठे-बैठे करना चाहिए. इस मंत्र का जाप करते समय आप अपने दोनों हाथ आगे की तरफ जोड़कर उसे किताब की तरह खोल लें और फिर मंत्र का जाप करे. खुले हाथ को देखते हुए इस मंत्र का जाप करेंगे तभी फल प्राप्त होगा. रोज़ाना इस मंत्र का जाप करने से आप अपने जीवन में फर्क महसूस करेंगे और आपको सुख-शांति की प्राप्ति होगी.
तो ये थे सफलता के लिए 3 मंत्र. साइंस कितनी भी तरक्की कर ले परंतु उसकी एक सीमा है. लेकिन आस्था की कोई सीमा नहीं होती. सच्चे मन से की गयी प्रार्थना अवश्य पूरी होती है. इसलिए साधू-संतों ने अनेकों ऐसे मंत्रों की खोज की जिन्हें जपने भर से सारे दुःख-दर्द दूर हो जाते हैं. यदि आपको भी सफलता नहीं मिल रही और आप प्रयास करते–करते निराश हो चुके हैं तो आज से ही इन मंत्रों का जाप करना शुरू कर दें. सफलता आपके कदम चूमने लगेगी.