होटल सुख विलास मामले में पंजाब में अब सियासत कानूनी दांव पेंच तक पहुंच चुकी है। शिरोमणि अकाली दल अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब के सीएम भगवंत मान को कानूनी नोटिस भेजा है। नोटिस में सुखबीर ने सीएम से सात दिन में आरोप साबित करने या फिर लिखित में माफी मांगने की शर्त रखी है। ऐसा न करने पर आपराधिक मानहानि का केस दर्ज कराने की बात कही है।
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के प्रधान सुखबीर सिंह बादल ने मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान को कानूनी नोटिस भेजा है। बता दें कुछ दिनों पहले मुख्यमंत्री भगवंत मान ने बादल पर सुख विलास को इको टूरिज्म पॉलिसी के तहत 108.73 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था। अब सुखबीर बादल ने नोटिस देकर मुख्यमंत्री मान को एक सप्ताह में आरोप साबित करने या फिर माफी मांगने को कहा है। आरोप साबित नहीं कर पाने और माफी न मांगने पर सुखबीर बादल ने मानहानि का केस दर्ज कराने की बात कही है।
अकाली दल के लीगल सेल के चेयरमैन अर्शदीप कलेर ने कहा किसानी मुद्दों पर से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए मुख्यमंत्री ने शिअद अध्यक्ष पर जो आरोप लगाए थे, उसे मुख्यमंत्री को साबित करना चाहिए। अगर सीएम मान ऐसा नहीं करते तो पार्टी द्वारा अगली कार्रवाई की जाएगी। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सुख विलास को इको टूरिज्म पॉलिसी के तहत 108.73 करोड़ रुपये का लाभ पहुंचाने का आरोप लगाया था।
सुखबीर सिंह बादल ने ट्वीट कर कानूनी नोटिस की जानकारी साझा की। इसमें बादल ने कहा है कि उन्होंने सीएम भगवंत मान को एक कानूनी नोटिस भेजकर कहा है कि वे मेरे निजी व्यवसाय के संबंध में मेरे खिलाफ निंदनीय और मनगढ़ंत आरोप लगाने के लिए लिखित माफी सात दिनों के भीतर मांगें।
ऐसा न करने पर आपराधिक मानहानि के मामले का सामना करने को तैयार रहें। उन्होंने कहा कि कई आपत्तिजनक घटनाक्रमों को नजरंदाज भी किया गया है। उन्हें माफी मांगनी होगी या फिर सलाखों के पीछे जाने को तैयार रहना होगा।