अहमदाबाद, जेएनएन। गुजरात विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सी प्लेन का शो सर्वाधिक चर्चित हुआ था, लेकिन अब इसको लेकर विवाद पैदा हो गया है। गुजरात सरकार ने सी प्लेन योजना के लिए बजट में 30 करोड़ रुपये का प्रावधान तो कर डाला, लेकिन रिवरफ्रंट बोर्ड को आज तक इस आशय का कोई प्रस्ताव तक नहीं भेजा। बोर्ड की बैठक में विपक्ष के हंगामे के बाद अहमदाबाद महानगर पालिका के रिवरफ्रंट बोर्ड ने इस पर स्पष्टीकरण दिया।
गत वर्ष विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साबरमती नदी में सी प्लेन से उतरे थे। यहां से वे अंबाजी दर्शन करने गए तथा वापस साबरमती में सी प्लेन से उतरे थे। पीएम मोदी के चुनाव प्रचार का यह तरीका अहमदाबाद व गुजरातवासियों को खूब भाया था, जिसके बाद राज्य सरकार ने सी प्लेन को अपने पर्यटन में शामिल करते हुए अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा व पोरबंदर आदि शहरों के बीच सी प्लेन उडाने की घोषणा की। गाहे बगाहे वित्तमंत्री नितिन पटेल ने बजट में 30 करोड़ रुपये सी प्लेन प्रोजेक्ट के लिए घोषित भी कर दिए, लेकिन उसके बाद आज तक अहमदाबाद महानगर पालिका संचालित रिवरफ्रंट बोर्ड के समक्ष सी प्लेन को लेकर कोई प्रस्ताव तक नहीं भेजा।
विपक्षी दल कांग्रेस के पार्षदों ने सोमवार को बोर्ड बैठक में इस मुद्दे को लेकर हंगामा किया तो बोर्ड ने इस पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि सरकार की ओर से सी प्लेन का अभी तक कोई प्रस्ताव ही नहीं आया। इस पर कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोषी चुटकी लेते हुए कह रहे हैं कि भाजपा सरकार जनता को सपने दिखाकर चुनाव जीतने में विश्वास करती है, बाद में सत्ता में आने पर जनता से किए वादे भूल जाती है।