आम आदमी पार्टी (AAP) शुक्रवार को कांग्रेस समर्थित सीबीआइ कार्यालयों पर होने वाले प्रदर्शनों में शामिल तो नहीं हुई, लेकिन दोपहर बाद पत्रकार वार्ता कर पार्टी ने केंद्र में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार पर जमकर हमला बोला। राज्यसभा सदस्य और AAP नेता संजय सिंह ने पत्रकार वार्ता कर कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने मोदी सरकार की मनमानियों पर सीधी रोक लगाने का काम किया है। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे जूनियर अधिकारी जिस पर सीधे तौर पर भ्रष्टाचार के आरोप हैं, मोदी सरकार ने केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) का निदेशक बनाया उसपर भी सर्वोच्च न्यायालय ने रोक लगाई।
संजय सिंह ने राफेल मुद्दे पर चर्चा करते हुए कहा कि राफेल और राकेश को बचाने के लिए आनन-फानन में मोदी सरकार ने आलोक वर्मा को हटाया और एक जूनियर और भ्रष्ट अधिकारी को CBI का निर्देशक बना दिया। साथ ही यह भी कहा कि राफेल महाघोटाले को बचाने की सीधी कोशिश है।
पूरे मुद्दे का श्रेय खुद लेते हुए AAP के वरिष्ठ नेता संजय सिंह ने कहा कि उनकी शिकायत पर ही केंद्रीय सतर्कता आयोग (CVC) ने राफेल घोटाले की जांच की बात की, जिसे CBI को करना था।
वहीं, पत्रकार वार्ता में संजय सिंह के साथ मौजूद AAP के अन्य राज्यसभा सदस्य एनडी गुप्ता ने हमलावार अंदाज में कहा कि राफेल के मुद्दे में अब सच सामने आने से कोई नहीं रोक सकता, जल्द ही दूध का दूध, पानी का पानी साफ होने वाला है। उन्होंने कहा कि जब हम राफेल के मुद्दे पर आलोक वर्मा जी से मिले थे, तो उन्होंने हमें बताया कि राफेल का मुद्दा उन्हें CVC से आ चुका है।
वहीं, संजय सिंह ने कहा कि आलोक वर्मा मामले में एक सच को छुपाने के लिए, हज़ार झूठ बोले जा रहे हैं, जासूसी कराई जा रही है। आज सुप्रीम कोर्ट से केंद्र सरकार को करारा तमाचा पड़ा है। उन्होंने यह भी कहा कि रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने संसद में राफेल विमानों की कीमत पर सदन से झूठ क्यों बोला, ये जवाब अभी भी नहीं मिला है।