नई दिल्ली : गुरुवार को सिविल सेवा दिवस के मौके पर प्रशासनिक अधिकारियों को पीएम मोदी ने बहुत अच्छी नसीहतें दी. पीएम मोदी ने कहा कि 20 साल पहले और आज के हालात में काफी अंतर है. अधिकारियों को शक्ति का एहसास होना चाहिए. अब हमारी जिम्मेदारी बढ़ गई है. पीएम ने कहा कि अब लोगों के पास कई तरह के विकल्प मौजूद हैं. हमारी चुनौतियां भी बढ़ गई हैं. हमें भी अपनी कार्यशैली को बदलना होगा.
सिविल सेवा दिवस के अवसर पर आईएएस अधिकारियों को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रशासनिक अधिकारियों से अपेक्षा की कि अगले एक साल में काम की गुणवत्ता में बदलाव होना चाहिए, सिर्फ सर्वश्रेष्ठ होने से काम नहीं चलता, सर्वश्रेष्ठ को आदत बनाना होगा. इसके लिए पीएम ने गृहिणियों की मिसाल दी कि.वह किस तरह परेशानियों के बावजूद सभी चीजों को संभालती है. गृहिणी परिवार को नई ऊंचाई पर ले जाती है, वही जिम्मेदारी आपकी भी है. हमें गर्व होना चाहिए कि जहां मैंने काम किया कि उस काम को मेरे जूनियर ने आगे बढ़ाया. मोदी बोले कि हम सभी एक साथ मिलकर काम करना होगा. मोदी ने कहा कि सिविल सर्विस की सबसे बड़ी ताकत को खोने नहीं देना चाहिए. हर किसी को लगना चाहिए कि देश मेरा है, सरकार मेरी है. सभी लोगों को जिम्मेदारी का एहसास होना चाहिए.
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सोशल मीडिया की ताकत का जिक्र कर कहा कि सोशल मीडिया के जरिए लोगों को जागरुक किया जा सकता है. सोशल मीडिया का इस्तेमाल जनता की भलाई के लिए होना चाहिए. हमें गर्व होना चाहिए कि जहां मैंने काम किया कि उस काम को मेरे जूनियर ने आगे बढ़ाया. अधिकारियों की काफी ताकत है. देश की शासन व्यवस्था अधिकारियों की ऊंगलियों पर मौजूद है. आपको अभाव के बीच भी रास्ते खोजने होंगे. मोदी ने कहा कि अधिकारियों को अपने हर निर्णय को राष्ट्रहित के तराजू में तौलना चाहिए. इस बात में कभी भी कमी नहीं आनी चाहिए. प्रगति कार्यक्रम के कारण कई मामलों को निपटाया.