अपने पदार्पण मैच में शतक लगाकर अंडर 19 टीम के खिलाड़ी पृथ्वी शॉ ने अपने चयन को सार्थक करते हुए कई रिकॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं. 9 नवंबर 1999 को जन्मे पृथ्वी शॉ गुरुवार को राजकोट में वेस्टइंडीज के खिलाफ अपने पदार्पण टेस्ट में शतक लगाने वाले सबसे कम उम्र के भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं. 18 साल और 329 दिन की उम्र के पृथ्वी आज टेस्ट के पहले दिन मात्र 99 गेंदों में शतक ठोंक कर यह रिकॉर्ड अपने नाम किया है. उन्होंने 154 गेंदों में 134 रनों की पारी खेली, जिसमे उन्होंने 19 चौके लगाए.
वह सचिन तेंदुलकर के बाद भारत की दूसरे सबसे कम उम्र में टेस्ट शतक लगाने वाले बल्लेबाज़ बन गए हैं, सचिन ने 1990 में 17 साल और 107 दिन की उम्र में मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 119 रन बनाये थे, लेकिन वह मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर 9वां टेस्ट मैच था. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शॉ अपनी पहला टेस्ट शतक बनाने वाले सातवें सबसे कम उम्र के अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज हैं, वे शिखर धवन (85 गेंद) और ड्वेन स्मिथ (93 गेंद) के बाद 100 से कम गेंदों में डेब्यू टेस्ट में शतक लगाने वाले तीसरे बल्लेबाज़ भी हैं.
वैसे तो पृथ्वी शॉ शुरू से ही क्रिकेट जगत में अपनी बल्लेबाज़ी से तहलका मचाते रहे हैं, लेकिन वे सुर्ख़ियों में उस समय आए, जब 14 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने स्कूल की तरफ से बल्लेबाज़ी करते हुए 546 रनों की मैराथन पारी खेली, यह भी एक रिकॉर्ड है. इसके बाद उनके लिए क्रिकेट के दरवाज़े एक के बाद एक खुलते चले गए, 17 की उम्र में उन्होंने फर्स्ट क्लास में पदार्पण किया और रणजी व् दुलीप ट्रॉफी में शतक लगाए. इसी वर्ष अंडर 19 भारतीय टीम ने पृथ्वी शॉ के नेतृत्व में विश्व कप ख़िताब भी जीता, इसी वर्ष वे पहली बार आईपीएल में भी शामिल किए गए और आज अपने पहला अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट खेल रहे हैं, उनका सफर जारी है और आगे न जाने ऐसे कितने रिकार्ड्स हैं जो उनके बल्ले से टूटने वाले हैं.