चलती कार में सामूहिक दुष्कर्म की शिकार हुई युवती ने अपराध शाखा के मुखिया जेके भट्ट पर मामले को दबाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भट्ट उस पर एफआइआर व बयान बदलने के लिए दबाव डाल रहे हैं। पीड़िता व उसके पिता के ऐसे आरोप के बाद सरकार व पुलिस महकमा हरकत में आ गया है। गृह मंत्रालय के निर्देश पर अहमदाबाद पुलिस आयुक्त एके सिंह खुद जांच की निगरानी करने पहुंचे तथा जांच में एक महिला अधिकारी को शामिल किया, लेकिन पीड़िता महिला मजिस्ट्रेट के समक्ष ही बयान कलमबद्ध कराने पर अड़ी है। महिला आयोग ने पुलिस से 7 दिन में जांच रिपोर्ट मांगी है।
सामूहिक दुष्कर्म मामले में महिला आयोग ने जांच रिपोर्ट मांगी
अहमदाबाद के पॉश नेहरू नगर से मार्च 2018 को एक 25 वर्षीय युवती का चार युवकों ने कार में अपहरण कर चलती कार में ही उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और उसका अश्लील वीडियो भी बनाया। तीन माह तक आरोपित गौरव डालमिया व प्रवीण मारु पीड़िता का शारीरिक व आर्थिक रूप से शोषण करते रहे। शुक्रवार को युवती ने सैटेलाइट पुलिस थाने में अपहरण व सामूहिक दुष्कर्म की शिकायत दर्ज कराई। शनिवार देर रात पुलिस ने आरोपित युवती यामिनी नायर को राजकोट से पकड़ कर अहमदाबाद लेकर आई, लेकिन पूछताछ के बाद छोड़ दिया। इसी बीच, अपराध शाखा के मुखिया जेके भट्ट ने पीड़िता से पूछताछ की तथा फरियादी व आरोपियों के बयानों में अंर्तविरोध का हवाला देते हुए इस मामले की जांच के लिए एफएसएल व अन्य वैज्ञानिक तकनीक से करने की बात कहते हैं।