कोरोनावायरस के कारण फिलहाल क्रिकेट नहीं खेला जा रहा है. खिलाड़ियों की मैदान पर वापसी कब होगी और मैच कब से शुरू होंगे, इस पर भी कोई स्थिति साफ नहीं है.
इसके बावजूद साउथ अफ्रीकी टीम के सामने एक चुनौती है, जो उन्हें क्रिकेट की वापसी से पहले सुलझानी जरूरी है. अफ्रीकी टीम फिलहाल नियमित कप्तान के बिना है. ऐसे में साउथ अफ्रीका के स्पिनर केशव महाराज ने आगे बढ़कर इस जिम्मेदारी को उठाने की इच्छा जाहिर की है.
पिछले साल वर्ल्ड कप में खराब प्रदर्शन और फिर भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज में निराशाजनक प्रदर्शन के बाद साउथ अफ्रीकी कप्तान फाफ डु प्लेसी ने सभी फॉर्मेट में टीम की कप्तानी छोड़ दी थी. क्रिकेट साउथ अफ्रीका ने लिमिटेड ओवर में ये जिम्मेदारी टीम के अनुभवी विकेटकीपर क्विंटन डि कॉक को सौंपी है.
इसके बावजूद बोर्ड के सामने टेस्ट फॉर्मेट में कप्तानी को लेकर कश्मकश जारी है. बोर्ड के डाइरेक्टर और पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ ने साफ कर दिया है कि क्विंटन को टेस्ट फॉर्मेट में कप्तान नहीं बनाया जाएगा क्योंकि इससे उन पर अतिरिक्त दबाव आ जाएगा.
इस बीच टेस्ट टीम का नियमित हिस्सा बाएं हाथ के स्पिनर ने टीम की कप्तानी की इच्छा जताई है. केशव ने कहा है कि वो सभी फॉर्मेट में टीम की कप्तानी करना चाहते हैं. केशव घरेलू वनडे टूर्नामेंट में डॉलफिंस टीम की कप्तानी करते हैं.
साउथ अफ्रीका के स्पोर्ट्स चैनल स्पोर्ट-24 ने महाराज के हवाले से लिखा, “पिछले सीजन में जब मुझे कप्तानी दी गई थी, तब से मैं इसका मजा ले रहा हूं. मैं निश्चित ही साउथ अफ्रीका की कप्तानी करना चाहता हूं. यह मेरा सपना है.
महाराज ने कहा कि वो तीनों फॉर्मेट में टीम की जिम्मेदारी संभालना चाहेंगे. उन्होंने कहा, “मैं तीनों फॉर्मेट में टीम की कप्तानी करना चाहता हूं और कप्तान के तौर पर अपने हाथों से वर्ल्ड कप ट्रॉफी उठाना चाहता हूं.”
अफ्रीकी टीम की कप्तानी की रेस में फिलहाल महाराज का नाम कहीं नहीं है. महाराज ने अब तक 30 टेस्ट मैच खेले हैं, जबकि वनडे में वो सिर्फ 7 बार टीम के लिए मैदान में उतरे हैं. वहीं टी20 में उनका अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू भी नहीं हुआ है.
हालांकि घरेलू स्तर पर महाराज ने अपनी कप्तानी में कमाल किया. कोरोनावायरस के कारण घरेलू सीजन पूरा नहीं हो सका था और इसके चलते अफ्रीकी बोर्ड ने महाराज की कप्तानी वाली डोलफिंस को विजेता घोषित कर दिया.