मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धियां बताने के लिए देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. मोदी फेस्ट के नाम आयोजित इन कार्यक्रमों में पार्टी के नेता और मोदी कैबिनेट के मंत्री हिस्सा ले रहे हैं. इसी कार्यक्रम के तहत अब मंत्री दलित परिवारों के साथ खाना खाएंगे.
दरअसल, सरकार के ये कदम सहारनपुर की घटना के मद्दनेजर उठाया जा रहा है. बीजेपी के नेतृत्व को लगता है कि सहारनपुर में दलितों पर हुए अत्याचार की घटना से दलितों में पार्टी के प्रति गलत संदेश गया है. इसलिए ये तय किया गया है कि सरकार के तीन साल पूरे होने के जश्न में सभी मंत्रियों के कार्यक्रम में दलित परिवार के साथ एक टाइम खाना खाने का प्रोग्राम रखा जाए.
मंत्रियों को दिए गए निर्देश
बीजेपी आलाकमान ने इस संबंध में सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं. मंत्रियों से कहा गया है कि स्वच्छता अभियान के तहत एक जगह झाड़ू लगाने के साथ ही सभी मंत्री किसी दलित परिवार के घर खाना खाएं. मोदी फेस्ट के जरिए 15 जून तक सरकार के कामकाज का जश्न मनाया जाएगा.
15 अगस्त पर दुनिया में जश्न
सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार ने तय किया है कि इस बार 15 अगस्त को आजादी के सत्तर साल पूरे होने पर देश के साथ ही विश्व के सभी देशों में जश्न मनाया जाए. सरकार की मंशा है कि जिन देशों में भारतीय मूल के लोग रहते हैं वहां बड़े स्तर पर आजादी का जश्न मनाया जाएगा. इसके लिए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में एक कमिटी भी बनाई गई है. लगभग 70 देशों से इस कार्यक्रम की अनुमति मिल गई है.
बता दें कि यूपी के सहारनपुर में दलितों के उत्पीड़न की घटना सामने आई थी. इन मामलों में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगे थे. जिसके बाद विपक्ष ने बीजेपी और राज्य की योगी सरकार पर दलित विरोधी होने के आरोप लगाए थे.