सहारनपुर के बाद BJP का ‘डैमेज कंट्रोल’, मंत्रियों को दलितों के घर खाना खाने के निर्देश

मोदी सरकार की तीन साल की उपलब्धियां बताने के लिए देश भर में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं. मोदी फेस्ट के नाम आयोजित इन कार्यक्रमों में पार्टी के नेता और मोदी कैबिनेट के मंत्री हिस्सा ले रहे हैं. इसी कार्यक्रम के तहत अब मंत्री दलित परिवारों के साथ खाना खाएंगे.

मंदसौर में किसानों पर पुलिस फायरिंग के बाद सियासत भी गरमा गई है. एक तरफ विपक्षी दल राज्य की बीजेपी सरकार को घेर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ किसानों के आंदोलन पर केंद्रीय कृषि मंत्री की चुप्पी पर भी सवाल उठ रहे हैं. इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी पीड़ित किसान परिवारों से मिलने मध्यप्रदेश के मंदसौर पहुंचे हैं. राहुल के इस दौरे को बीजेपी नेताओं ने राजनीतिक करार दिया है.  केंद्रीय मंत्री वैंकेया नायडू ने कहा कि वो मंदसौर की घटना से दुखी हैं और प्रदेश सरकार मामले को सुलझा रही है. राहुल गांधी के दौरे पर नायडू ने कहा कि जहां-जहां घटना होती है राहुल वहां फोटो खिंचवाने चले जाते हैं.  वहीं केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने कहा है कि किसानों के लिए केंद्र सरकार काफी काम कर रही है. केंद्र सरकार लोन रद्द करने के लिए राज्य सरकार से बातचीत कर रहे है. वहीं उन्होंने कहा कि किसानों को राज्य सरकार के साथ बातचीत कर हल निकालना चाहिए.  'काबू में हालात'  मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेंद्र चौधरी ने बताया कि अब हालात काबू में हैं. उन्होंने बताया कि फायरिंग करने वाले पुलिसकर्मियों की पहचान के लिए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए हैं. चौधरी ने मंदसौर की घटना को प्रशासनिक नाकामी करार दिया. गृहमंत्री चौधरी ने दावा किया कि प्रदर्शन करने वाले लोग किसान नहीं हैं. चौधरी ने हिंसा के पीछे कांग्रेस का हाथ बताया.  'कांग्रेस की आदत लाशों पर राजनीति' बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस पर राजनीति का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि लाशों पर राजनीति करना कांग्रेस की पुरानी आदत है. विजयवर्गीय ने आरोप लगाया कि किसानों ने आंदोलन वापस ले लिया था, लेकिन कांग्रेस के नेताओं ने फिर से आंदोलन को भड़काया.  'मंत्री योग कर रहे हैं'  सीपीएम नेता बृंदा करात ने केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह की आलोचना की. उन्होंने कहा कि किसान के घर में शोक है और कृषि मंत्री योग कर रहे हैं. करात ने मोदी सरकार पर किसानों के साथ धोखा करने का आरोप लगाया. करात ने राहुल गांधी के दौरे का बचाव करते हुए कहा कि वो किसानों से मिलने गए हैं, वहीं कोई कर्फ्यू नहीं लगा है.  बीजेपी के विरोध में जेडीयू  जेडीयू नेता के सी त्यागी ने कहा कि किसानों को फसल के उचित दाम मिलने चाहिए. मोदी सरकार ने किसानों से जो वादे किए थे, वो पूरे नहीं हुए. त्यागी ने कांग्रेस से इस आंदोलन को और बड़ा करने का आह्वान किया.  महाराष्ट्र में किसानों के साथ शिवसेना शिवसेना नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत गीते ने कहा कि वो महाराष्ट्र में चल रहे किसान आंदोलन के साथ है. गीते ने कहा, 'शिवसेना चाहती है कि सूबे के किसानों का कर्ज माफ किया जाए.

दरअसल, सरकार के ये कदम सहारनपुर की घटना के मद्दनेजर उठाया जा रहा है. बीजेपी के नेतृत्व को लगता है कि सहारनपुर में दलितों पर हुए अत्याचार की घटना से दलितों में पार्टी के प्रति गलत संदेश गया है. इसलिए ये तय किया गया है कि सरकार के तीन साल पूरे होने के जश्न में सभी मंत्रियों के कार्यक्रम में दलित परिवार के साथ एक टाइम खाना खाने का प्रोग्राम रखा जाए.

मंत्रियों को दिए गए निर्देश

बीजेपी आलाकमान ने इस संबंध में सभी मंत्रियों को निर्देश दिए हैं. मंत्रियों से कहा गया है कि स्वच्छता अभियान के तहत एक जगह झाड़ू लगाने के साथ ही सभी मंत्री किसी दलित परिवार के घर खाना खाएं. मोदी फेस्ट के जरिए 15 जून तक सरकार के कामकाज का जश्न मनाया जाएगा.

15 अगस्त पर दुनिया में जश्न

सूत्रों के मुताबिक, मोदी सरकार ने तय किया है कि इस बार 15 अगस्त को आजादी के सत्तर साल पूरे होने पर देश के साथ ही विश्व के सभी देशों में जश्न मनाया जाए. सरकार की मंशा है कि जिन देशों में भारतीय मूल के लोग रहते हैं वहां बड़े स्तर पर आजादी का जश्न मनाया जाएगा. इसके लिए केंद्रीय मंत्री वेंकैया नायडू की अध्यक्षता में एक कमिटी भी बनाई गई है. लगभग 70 देशों से इस कार्यक्रम की अनुमति मिल गई है.

बता दें कि यूपी के सहारनपुर में दलितों के उत्पीड़न की घटना सामने आई थी. इन मामलों में बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लगे थे. जिसके बाद विपक्ष ने बीजेपी और राज्य की योगी सरकार पर दलित विरोधी होने के आरोप लगाए थे.

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