राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर हुए कई शोधों में यह आशंका जताई जा रही है कि वातावरण में नमी और ठंड बढ़ने से कोविड-19 का खतरा बढ़ सकता है। तापमान में आ रही कमी से कोरोना संक्रमण का प्रकोप बढ़ रहा है। पिछले कुछ सप्ताह से प्रतिदिन कोरोना संक्रमितों की संख्या में नाटकीय उतार-चढ़ाव आ रहे हैं। जानें क्या कहते है ग्रेटर नोएडा के एकेडमी ऑफ फैमिली फिजिशियंस ऑफ इंडिया के अध्यक्ष डॉ. रमन कुमार।
ठंड बढ़ा देगी खतरा: मुंबई स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में हुए अध्ययन के अनुसार, नमी और उमस भरे मौसम में कोरोना वायरस के फैलने का खतरा बढ़ रहा है। वातावरण में नमी की मात्रा अधिक होने से संक्रमित व्यक्ति के खांसने और छींकने से निकले ड्रॉपलेट्स को सूखने में अधिक वक्त लगता है और इसमें मौजूद वायरस जल्दी से सूखकर नष्ट नहीं होता और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। आईआईटी, भुवनेश्वर और एम्स के डॉक्टरों के संयुक्त अध्ययन में भी यही दावा किया गया कि सर्दी के मौसम में कोरोना वायरस तेजी से फैलेगा। घर के बने ताजे और संतुलित भोजन का सेवन करें। भोजन में हल्दी, जीरा, धनिया, काली मिर्च, अदरक और लहसुन जैसे मसालों को शामिल करें।
वायरस फैलने के प्रमुख कारण: हाल ही में हुए शोध और अध्ययन से यह परिणाम भी सामने आए कि बंद कमरों में संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ जाता है। आद्र्रता बढ़ने से एयरोसोल ट्रांसमिशन के लिए उपयुक्त परिस्थितियां बन जाती हैं। सर्दियों में तापमान कम होने से वायरस अधिक समय तक जीवित रह सकता है।
सतर्क रहकर करें सामना: कोई वायरल डिसीज के फैलने के तीन प्रमुख कारण होते हैं। पहला-मौसमी परिवर्तन, दूसरा- मानव का व्यवहार और तीसरा- वायरस का मौसम के साथ व्यवहार परिवर्तन। ऐसे में सर्दियों की दस्तक के साथ ही हमें और एहतियात बरतने की जरूरत होगी। हाथों को साबुन-पानी और सैनिटाइजर से बराबर साफ करते रहें। शारीरिक दूरी और मास्क पहनने के नियम का कड़ाई से पालन करें।