भारत देश को अपने रेल के सफ़र के लिए जाना जाता है और भारत में ही दुनिया का सबसे बड़ा रेलमार्ग है। लेकिन आज हम आपको भारत नहीं बल्कि विदेशों की ऐसी जगहों के बारे में बताने जा रहे है जो अपने खतरनाक रेलवे ट्रेक के लिए जानी जाती हैं। जी हाँ, विदेशों में ऐसी कई जगहें है जहाँ का रेलवे ट्रेक का सफ़र आपको बेहद रोमांचक लगेगा और आपके जीवन का सबसे अदभुद सफ़र बनेगा। तो आइये जानते है विदेशों के इन खतरनाक रेलवे ट्रैक के बारे में।
* कुरांडा सीनिक रेलवे, आस्ट्रेलिया
आस्ट्रेलिया के इस रेलवे ट्रैक पर सफर करेंगे तो यकीनन आपको डर लगेगा। इस ट्रैक के पास में ही एक बड़ा झरना है, जब ट्रेन इस ट्रैक से गुजरती है तो झरने का पानी यात्रियों को जमकर भिगोता है। हालांकि, इस दौरान लोगों को काफी डर भी लगता है।
* मैकलॉन्ग मार्केट रेलवे, थाईलैंड
रेलवे ट्रैक पर बना हुआ थाईलैंड का मैकलॉन्ग मार्केट किसी आश्चर्य से कम नहीं है। इस मार्केट में पटरियों पर लोग दुकानें लगाकर सामान बेचते हैं और जैसे ही ट्रेन आती है सभी अपना सामान समेट लेते हैं। ट्रेन के गुजर जाने के बाद यह मार्केट फिर से सज जाता है। ऐसा दिन में कई बार होता है। यहां के व्यापारी रेलवे पटरी पर सब्जियां मछली, अंडे और अन्य सामान बेचने का काम करते हैं।
* एसो मिनामि रूट, जापान
ये रेलवे ट्रैक जापान के मिनामिआसो शहर में बनाया गया है। 17.7 किलोमीटर लंबे इस ट्रैक का निर्माण सन 1928 में किया गया था। इस रेलवे ट्रैक पर कुल 9 स्टेशन है। दो पहाडों के बीच जो पुल बनाया गया है वो काफी पुराना है।
* नेपियर-जिस्बॉर्न रेलवे, न्यूजीलैंड
नेपियर से जिस्बॉर्न का रेलवे ट्रैक अनूठा है, क्योंकि यह जिस्बॉर्न हवाई अड्डे के मुख्य रनवे से होकर गुजरता है। ट्रेनों को इस रनवे पर बनी पटरी से गुजरने से पहले एयर ट्रैफिक कंट्रोल रूम से अनुमति लेनी होती है।
* द डेथ रेलवे, थाईलैंड
द बर्मा रेलवे ट्रैक को डेथ रेलवे भी कहा जाता है। यह बैंकॉक, थाईलैंड और रंगून, बर्मा के बीच 415 किलोमीटर (258 मील) का ट्रैक है। इस रेलवे ट्रैक को बनाते समय 90,000 से अधिक कर्मचारियों और 16,000 एलाइड कैदियों की पुल निर्माण के दौरान नदी में गिर जाने से मौत हो गई थी। अब यह रूट काफी पॉपुलर है और लोग यहां का सफर एंजॉय करते हैं।
* चेन्नई-रामेश्वरम रूट
भारत में भी इस तरह के खतरनाक रेलवे रूट हैं। ऐसा ही एक ट्रैक चेन्नई से रामेश्वरम तक जाता है। ये ट्रैक समुंद्र तल पर बनाया गया है। कई बार पानी का स्तर बढ़ने पर इस ट्रैक पर ट्रेन पानी को चीरते हुये आगे बढ़ती है।