कंडोम से कई तरह की बिमारियों खासकर गर्भधारण से बचा जा सकता है. लेकिन जहां फायदे है वहां इसके नुकसान होना भी स्वाभाविक है. कंडोम न केवल आपकी सेक्स लाइफ को प्रभावित कर सकते हैं बल्कि आपको यौन संबंधित बीमारियों का भी शिकार बना सकते हैं. सेक्स के समय कंडोम का उपयोग करना बहुत जरुरी है. उसमें भी इसका सही से उपयोग करना आयना चाहिए. अगर इसका गलत इस्तेमाल किया तो आपको भरी नुकसान झेलना पड़ सकता है. इसी के बारे में जान लें जरा कि क्या क्या नुकसान पहुंचा सकता है एक कंडोम.
दर्द एवं एलर्जी : सप्ताह में दो से अधिक बार कंडोम का उपयोग करने से योनि की आंतरिक परत और झिली में संवेदनशीलता कम या समाप्त हो जाती है. जिसके कारण स्त्रियों की यौनि से स्खलित होने वाले प्राकृतिक लुब्रिकेंट (चिकनाई युक्त) का स्वत: स्खलन कम हो जाता है जिसके चलते योनि में खरास या सूखापन आता देखा गया है.
योनि ग्रीवा में घाव : कंडोम का अधिक उपयोग करने से योनि ग्रीवा में कटाव और छिलन के साथ-साथ दर्दनाक घाव भी हो जाते हैं. जिसे स्त्रियां असमय मासिक चक्र का आना मानकर उसकी परवाह नहीं करती हैं और जननांगों और गर्भाशय में भयंकर संक्रमण फैलने का खतरा हो सकता है.
लेटेक्स के बने कंडोम : लेटेक्स के बने कंडोम ऐलर्जी का सबसे आम कारण हैं और सेक्स के दौरान स्त्री की प्रतिक्रिया को घटा देते हैं, क्योंकि इसके प्रयोग के कारण योनि में सूखापन और खुजली के रूप में देखा गया है.
योनि की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान : सप्ताह में दो बार से अधिक कंडोम का उपयोग किया जाता है तो कंडोम योनि की प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान पहुंचा सकता है. इसके उपयोग से योनि की अम्लीय वातावरण में उथल-पुथल पैदा हो जाती है.