महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के सहयोगी शिवसेना और एनसीपी के बीच रायगढ़ के संरक्षक मंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। इस बीच संजय राउत ने कहा कि रायगढ़ जैसे जिले का संरक्षक पद गुंडों के पास नहीं होना चाहिए, बल्कि ऐसे व्यक्ति के पास होना चाहिए जो संतुलित हो और भ्रष्टाचार से लड़ सके।
महाराष्ट्र में संरक्षक मंत्री पद को लेकर छिड़े विवाद के बीच शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने शिवसेना शिंदे पर कटाक्ष किया। संजय राउत ने कहा कि गुंडों को रायगढ़ का संरक्षक मंत्री नहीं बनाया जाना चाहिए।
संजय राउत ने कहा कि रायगढ़ जैसे जिले का संरक्षक पद गुंडों के पास नहीं होना चाहिए, बल्कि ऐसे व्यक्ति के पास होना चाहिए जो संतुलित हो और भ्रष्टाचार से लड़ सके। अदिति तटकरे एक सक्षम मंत्री और राज्य का युवा चेहरा हैं। वह रायगढ़ जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं और जिले को अच्छी तरह जानती हैं। वह धैर्यवान हैं और भ्रष्ट नहीं हैं।
महायुति गठबंधन में संरक्षक मंत्री पद को लेकर विवाद
महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन के सहयोगी शिवसेना और एनसीपी के बीच रायगढ़ के संरक्षक मंत्री पद को लेकर खींचतान चल रही है। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पहले महिला एवं बाल विकास मंत्री और एनसीपी नेता अदिति तटकरे को जिले का संरक्षक मंत्री नियुक्त किया था। इस कदम से शिवसेना नाराज हो गई, क्योंकि उसके पार्टी नेता और रोजगार गारंटी मंत्री भरत गोगावाले भी इस पद के लिए दावेदारी कर रहे थे। इसके बाद फडणवीस ने निर्णय स्थगित कर दिया।
किसी भी जिले के प्रभारी मंत्री जिले में विकास के लिए फंड आवंटित करने और विभिन्न विकास कार्यों के लिए जिम्मेदार होते हैं। रायगढ़ में जल्द ही नए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण होना है, साथ ही कई आवासीय योजनाएं भी प्रस्तावित हैं। ऐसे में रायगढ़ अहम जिला हो जाता है।
अमित शाह ने तटकरे के घर पर किया था लंच
हाल ही में रायगढ़ दौरे गए गृह मंत्री अमित शाह ने तटकरे के घर पर लंच किया था। मंत्री अदिति तटकरे के पिता एनसीपी के सुनील तटकरे रायगढ़ लोकसभा सीट से सांसद हैं। वहीं जिले के छह विधानसभा क्षेत्रों में से तीन शिवसेना के पास हैं, जबकि एनसीपी, शिवसेना (यूबीटी) और भाजपा के पास एक-एक सीट है।