बाराबंकी (29 फरवरी 2020) । मौसम में बदलाव शुरू होने के साथ स्वास्थ्य विभाग पूरे जनपद में एक साथ 1 मार्च से 31 मार्च तक विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जायेगा। अभियान के दौरान स्वास्थ्य विभाग की टीम घर घर जा कर लोगों को संचारी रोगों एवं उनसे बचाव की जानकारी देंगी। साथ ही यह जानकारी देंगी कि घर और घर के आस पास सफाई रखने से संचारी रोगों से बचाव संभव हैं। आशा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता लोगों को हाईजीन के बारे में जागरूक करेंगी और स्वास्थ्य की साफ़ सफाई की महत्वता बतायेंगी. अमित मोहन प्रसाद (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग) ने इस सम्बन्ध में सभी मुख्य चिकित्साधिकारी को आदेश जारी कर दियें हैं।
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी व नोडल डा आरसी वर्मा ने बताया अभियान के दौरान साफ़-सफाई, कचरा निस्तारण, जल भराव रोकने एवं शुद्ध जल उपलब्धता पर विशेष जोर दिया जायेगा। अभियान को सुचारू रूप से सञ्चालन के लिए अन्य विभागों के साथ भी समन्वय स्थापित कर अभियान को क्रियावान किया जायेगा। इसी क्रम में विभागीय अधिकारीयों को प्रशिक्षित किया जा रहा हैं, ताकि आगे ये अपने क्षेत्र में अन्य स्वास्थ्य कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर सके।
उन्होने आगे बताया इस अभियान के अन्तर्गत 1 मार्च से 31 मार्च तक के बीच जिला, ब्लाक और ग्राम पंचायत स्तर पर कई जन जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित किए जायेंगे। स्वास्थ्य विभाग घनी आबादी वाले क्षेत्रो में लार्वारोधी गतिविधियाँ भी चलाएगा। लोगों को व्यवहार परिवर्तन के लिए जागरूक भी किया जायेगा। अभियान के दौरान आशा आंगनबाड़ी घर घर जाकर संचारी रोगों चेचक, (छोटी माता) हैजा, डेंगू बुखार, हेपेटाइटिस-ए, हेपेटाइटिस-बी और सी) के प्रति भी जागरूक करेंगी। अभियान के दौरान स्कूलों में प्रार्थना के दौरान संचारी रोगों के बारे में जानकारी दी जाएगी. हाईजीन के बारे में जागरूक करेगा। साथ ही अभियान के दौरान जागरूक करने के साथ दिमागी बुखार पर चौतरफावार भी होगा, जिसमें नियमित टीकाकरण के अन्तर्गत जेई टीकाकारण, मच्छरों से बचाव के लिए फॉगिंग, बुखार ग्रस्त कटाई, नालियों की सफाई, हैण्डपम्पों की मरम्मत और शौचालय निर्माण आदि शामिल है।
नोडल अधिकारी ने बताया अभियान में सम्बन्धित 7 विभागों समेंत करीब कुल 13 विभागों के आपसी सहयोग के माध्यम से दिए गए दायित्व का निर्वहन करते हुए साफ – सफाई पर विशेष जोर देते हुए संचारी रोग नियंत्रण माह को सफल बनाने में सहयोग प्रदान करें । इस अभियान के दौरान आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के सहयोग से स्वास्थ्य विभाग समय से उपचार एवं रेफर करने हेतु सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) स्तर पर मरीजो की ट्रेकिंग करेगा। इस अभियान में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अलावा नगर विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, पशुपालन विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, शिक्षा विभाग, चिकित्सा शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, कृषि एवं सिचाई विभाग और सूचना विभाग को जिम्मेदारी सौपी गयी हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी अधिकारी डा अविनाश कुमार ने बताया कि मच्छर जनित प्रजातियों को खत्म करने के लिए समुदाय का सहयोग जरूरी है। कूड़ा के निस्तारण कर जलभराव न होने दें। जल निकासी नियमित हो। अपने क्षेत्रों में आसपास के प्रमुख लोगों का दायित्व है कि अपने ढंग से साफ-सफाई कराएं। उन्होंने बताया कि संचारी रोग को समुदाय में जागरूकता लाकर खत्म किया जा सकता है। आशाएं घरों में जाकर महिलाओं से बात करेंगी। उन्हें बताएगी कि पानी को जमा नहीं होने दें। आशा बहुओं को घरों में जाकर सात प्रश्नों पर बात करना है। घर में प्रवेश करने पर मुखिया से बात करेंगी। उनके घर का निरीक्षण कर पूछेगी कि बुखार का रोगी तो नहीं है। बुखार का रोगी मिलता है तो जांच करेगी।