श्री गुरु नानक जी दरबार में पंजाब सरकार, सिख धार्मिक संस्थाओं और संत समाज की ओर से सांझे तौर पर प्रकाश करवाए। सहज पाठ से पहले मुख्यमंत्री ने श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पवित्र स्वरूप को लाने की सेवा निभा कर समागमों का शुभारंभ किया।
उन्होंने लोगों को देश के सामने पेश धार्मिक असहनशीलता की बढ़ रही चुनौतियों से निपटने के लिए गुरु साहिब के सहनशीलता और सद्भावना के संदेश को अपनाने का आह्वान किया। सीएम ने सूबे भर से एकत्रित हुई सिख संगत को कहा कि जब प्रधानमंत्री नौ नवंबर को डेरा बाबा नानक में करतारपुर गलियारे को उद्घाटन करेंगे, तब हमारा दशकों पुराना सपना साकार होगा।
सीएम ने नए प्रशासकीय कांप्लेक्स और सुल्तानपुर लोधी के विरासती शहर के आसपास 150 करोड़ रुपये की लागत से रिंग रोड बनाने का एलान किया। उन्होंने कहा कि किला सराए, जिसको अब तहसील प्रशासकीय कार्यालय के तौर पर डबल किया जा रहा है, को राज्य सरकार विरासती इमारत के तौर पर संभालेगी। कैप्टन ने मंत्री चरनजीत सिंह चन्नी के साथ बाबा नानक के फलसफे पर सुरजीत पातर की ओर से लिखी और संपादित चार किताबें भी जारी की।