भारतीय तेज गेंदबाज एस श्रीसंत का 7 साल का बैन रविवार को खत्म हो गया। श्रीसंत पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप के मामले में लाइफ टाइम बैन लगाया गया था, लेकिन बाद में सुप्रीम कोर्ट ने इसे घटाकर इसे 7 साल का कर दिया था। 37 साल के तेज गेंदबाज श्रीसंत ये साफ कर चुके हैं कि बैन के बाद वो घरेलू क्रिकेट में खेलेंगे तो वहीं उनकी होम टीम केरल की तरफ से भी ये कहा जा चुका है कि अगर वो अपनी फिटनेस साबित कर देते हैं तो वो उन्हें टीम में शामिल करने पर विचार करेंगे।
बैन खत्म होने से पहले यानी शुक्रवार को श्रीसंत ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि, मैं हर तरह के चार्ज से पूरी तरह से फ्री हो जाउंगा और उस खेल का प्रतिनिधित्व फिर से करूंगा जिसे मैं सबसे ज्यादा पसंद करता हूं। मैं हर एक गेंद पर अपना बेस्ट देने की कोशिश करूंगा। उन्होंने आगे लिखा था कि मैं इस खेल को 5-7 साल और दे सकता हूं और जिस भी टीम की तरफ से खेलूंगा अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगा। आपको बता दें कि श्रीसंत पर 2013 आइपीएल सीजन के दौरान फिक्सिंग के आरोप लगे थे और उसके बाद उन पर लाइफ टाइम बैन लगाया गया था। साल 2013 में श्रीसंत के अलावा अजीत चंडीला और अंकित चौहान पर भी बैन लगाया गया था।
इसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 15 मार्च को बीसीसीआइ की अनुशासन कमेटी के आदेश को रद कर दिया था और बोर्ड को सजा की अवधि कम करने पर विचार करने को कहा था। श्रीसंत ने भारत के लिए 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी 20 इंटरनेशनल मैच खेले थे। टेस्ट क्रिकेट में उन्होंने 87, वनडे में 75 जबकि टी20 क्रिकेट में 7 विकेट उनके नाम पर है। श्रीसंत एक आक्रामक तेज गेंदबाज के तौर पर जाने जाते हैं और उनके सेलीब्रेशन का अंदाज सबसे अलग था, लेकिन बैन के बाद इन सब पर ब्रेक लग गया था।
श्रीसंत अब घरेलू क्रिकेट के जरिए मैदान पर वापसी कर सकते हैं, लेकिन इस वक्त कोविड 19 महामारी की वजह से भारत का घरेलू क्रिकेट बंद है ऐसे में उन्हें वापसी के लिए थोड़ा इंतजार करना पड़ सकता है। वैसे ये भी देखना दिलचस्प होगा कि केरल की टीम में उन्हें मौका मिलता है या नहीं। हालांकि घरेलू सीजन की शुरुआत अगस्त से होनी थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका और अब बोर्ड भी स्थिति के संभलने का इंतजार कर रही है। वैसे एक बात तो तय है कि क्रिकेट में वापसी के बाद श्रीसंत अपनी बिगड़ी छवि को सुधारने की पूरी कोशिश करेंगे।