श्रीलंका में रविवार को ईस्टर के पहले सभी चर्चों में सुरक्षा बढ़ा दी है। पुलिस ने शनिवार को कहा कि अप्रैल 2019 में हुए देश में पर्यटकों और अल्पसंख्यक ईसाई समुदाय पर समन्वित हमले, जिसमें 270 लोग मारे गए थे। इसके मद्देनजर सुरक्षा को कड़ा किया जा रहा है। वरिष्ठ उप महानिरीक्षक और पुलिस प्रवक्ता अजित रोहाना ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘हमने 12,000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात करके चर्चों की सुरक्षा कड़ी कर दी है।’
सुरक्षाकर्मियों में 9,350 पुलिसवाले और तीनों सेना (सेना, वायु और वायु सेना) से 2,542 सैनिक शामिल हैं। रोहाना ने कहा कि पश्चिमी तटीय शहर नेगम्बो में 111 चर्चों को सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी, साथ ही पड़ोसी तटीय शहर चिलवा में और कुछ 98 चर्च पूर्वी शहर के बटालिको में हैं। वहां सबको सुरक्षा दी जाएगी।
बता दें कि नेगोंबो के काटुवापिटिया में सेंट सेबेस्टियन चर्च में ईस्टर संडे के दौरान ब्लास्ट ने सब तहस नहस कर दिया था। 2019 में हुए चर्च में हमले में 114 लोगों के की मौत हो गई थी। इस्लामिक स्टेट (IS) से जुड़े स्थानीय जिहादी समूह नेशनल तौहीद जमात (NTJ) द्वारा किए गए छह समीपस्थ और समन्वित विस्फोटों में 11 भारतीयों सहित 270 लोग मारे गए और 500 अन्य घायल हो गए थे। इन हमलों से 21 अप्रैल को श्रीलंका दहल गया था। चर्चों द्वारा ब्लैक संडे मनाकर पीड़ित परिवारों के लिए न्याय की मांग की जा रही है।