शोपियां के तुर्कवागम इलाके में मंगलवार को सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराया है। आईजी पुलिस विजय कुमार ने कहा कि शोपियां मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मारे गए हैं।
यह एक सफल अभियान रहा जिसमें सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 में अबतक 94 आतंकवादी मारे गए हैं। अब हमारा ध्यान उत्तरी कश्मीर में आतंकवाद के सफाए के साथ शांति बहाली पर होगा।
सोपोर में आतंकवादियों द्वारा अपहृत महिला सरपंच मामले में आईजी विजय कुमार, कश्मीर पुलिस, ने कहा कि इस मामले में हाल ही में लश्कर में शामिल होने वाले एक आतंकवादी का नाम सामने आ रहा है। हम उक्त महिला सरपंच और उनके परिवार को सुरक्षा देंगे।
वहीं, 8 जून को अनंतनाग में आतंकवादियों द्वारा मारे गए कांग्रेस सरपंच अजय पंडिता मामले में उन्होंने कहा कि इस घटना को अंजाम देने वाला हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी था।
जिसे हाल ही में मार गिराया गया है। एक प्रत्यक्षदर्शी ने इसकी पुष्टि की है। फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट आना अभी बाकी है। यह भी पढ़ें- शोपियां मुठभेड़ः महबूबा मुफ्ती की पार्टी के एक पूर्व विधायक का रिश्तेदार आतंकी भी मारा गया
बता दें कि सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसी सूचना के आधार पर सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके की घेराबंदी करनी शुरू की। खुद को घिरा देख आतंकियों ने सुरक्षाबलों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
इस दौरान सुरक्षाबलों ने आतंकियों से समर्पण करने की बात कही। बावजूद इसके आतंकियों की ओर से फायरिंग होती रही। इसके बाद जवानों ने मोर्चा संभाला।
कई घंटे तक चली इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों को मार गिराने में सफलता पाई। मारे गए आतंकियों की पहचान जबेर अहमद वानी, कमरान जहूर मन्हास, मुनाबुल इस्लाम के रूप में हुई है।
मारा गया आतंकी कमरान जहूर मन्हास पीडीपी के पूर्व विधायक जफर इकबाल मन्हास का रिश्तेदार था। सुरक्षाबलों ने इसके साथ ही अन्य दोनों आतंकियों से कई बार समर्पण करने की भी बात कही।
लेकिन इन आतंकियों ने सुरक्षाबलों की अपील को अनसुना किया और गोलियां बरसाते रहे। परिणामस्वरूप सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीनों को ढेर कर दिया। बता दें कि शोपियां में इस महीने अबतक 17 आतंकियों का सफाया हुआ है।