बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीबुर्रहमान के हत्यारों में शामिल रशीद चौधरी को अमेरिका से वापस भेजने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमन ने कहा कि बांग्लादेश ने कई बार अमेरिका से बांग्लादेश के पूर्व सैन्य अधिकारी चौधरी को सौंपने का आग्रह कर चुका है। चौधरी 15 वर्षों से अमेरिका में शरण लिए हुए है। मोमन ने आईएएनएस को बताया कि उन्होंने बांग्लादेश के अमेरिकी राजदूत अर्ल आर मिलर से चौधरी को वापस भेजने का आग्रह किया था।
रद हो सकती चौधरी की अमेरिकी सुरक्षा
अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चौधरी की मौत की सजा को अमल में लाने के लिए बांग्लादेश ने अपने प्रयास तेज कर दिए थे। यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि चोधरी की अमेरिकी सुरक्षा को रद किया जा सकता है। एटॉर्नी जनरल विलियम बर ने याचिका के जवाब के लिए सभी पक्षों के लिए 31 जुलाई की समय सीमा निर्धारित की है। ऑनलाइन पोर्टल पोलिटिको की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले महीने एटॉर्नी जनरल विलियम ने चार दशक पुराने मामले इस फाइल को चुपचाप फिर से खोल दिया। उधर, चौधरी की कानूनी टीम का कहना है कि यदि उसे बांग्लादेश को सुपुर्द किया जाता है तो उसकी हिफाजत का जिम्मा लिया जाए। चौधरी कई साल पुराने तख्तापलट का प्रमुख खिलाड़ी था और वह मौत की सजा का सामना कर रहा है।
भारत की ओर से बांग्लादेश के लिए सबसे बड़ा उपहार
मोमन ने कहा कि इस वर्ष में भारत की ओर से बांग्लादेश के लिए सबसे बड़ा उपहार है। हम बहुत भाग्यशाली थे कि भारत ने हमारे आवेदन का दृढ़ता और सकारात्मक कार्रवाई के साथ जवाब दिया। सरकार अदालत के फैसले को लागू करने के लिए बंगबंधु के सजायाफ्ता हत्यारों को वापस लाना चाहती है। इस बीच, भारत और बांग्लादेश की खुफिया एजेंसियों के संयुक्त अभियान में एक और भगोड़ा कैप्टन अब्दुल मजीद (retd) की गिरफ्तारी हुई है। उसको भारत में अप्रैल में गिरफ्तार किया गया था और उनकी मौत की सजा उसी महीने में हुई थी।