अस्पताल में आग लगने के बाद भूतल में रखे ऑक्सीजन के सिलिंडरों में विस्फोट होने लगा। कुछ सिलिंडर जमीन में धंस गए तो कुछ रॉकेट की तरह इधर उधर जाकर गिरे।
विवेक विहार में बेबी केयर न्यू बॉर्न अस्पताल में हृदय विदारक घटना जिसने सात नवजात का जीवन लील लिया और भी भयावह हो सकती थी। अस्पताल में आग लगने के बाद भूतल में रखे ऑक्सीजन के सिलिंडरों में विस्फोट होने लगा। कुछ सिलिंडर जमीन में धंस गए तो कुछ रॉकेट की तरह इधर उधर जाकर गिरे।
इसकी भयावहता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि धमाके के बाद एक सिलिंडर डेढ़ सौ मीटर दूर आईटीआई परिसर में जा गिरा और वहां सूखे पत्तों में आग लग गई। स्थानीय लोगों ने बताया कि जिस तरह से सिलिंडर उड़कर आसपास गिरे, अन्य दिनों की तरह सड़क पर वाहनों की आवाजाही हो रही होती तो घटना का मंजर काफी भयावह होता।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग लगते ही अस्पताल के भूतल में रखे करीब डेढ़ दर्जन सिलिंडरों में अचानक धमाका होने लगा। धमाकों की आवाज सुनकर आसपास के लोग घरों से बाहर निकले लेकिन सिलिंडरों को इधर उधर गिरते देख किसी ने अस्पताल के सामने जाने की हिम्मत नहीं की। पड़ोसी विनय नारंग ने बताया कि अस्पताल में करीब 12 धमाके हुए। कई सिलिंडर फटने के बाद वहीं गिर गए। एक सिलिंडर जमीन में धंस गया।
सिलिंडर के टुकड़ों से आसपास के घरों के शीशे भी टूट गए जबकि एक सिलिंडर उड़कर करीब डेढ़ सौ मीटर दूर आईटीआई परिसर में जा गिरा। गनीमत रही कि सिलिंडर आग के गोले की तरह परिसर के खाली स्थान पर गिरा। उसके बाद सूखे पत्तों में आग लग गई। वहां मौजूद गार्ड लक्ष्मण अपने गेट से अस्पताल में हो रहे धमाकों को देख रहा था। अचानक उसने परिसर से आग की लपटें निकलते देखीं। वह भागकर वहां पहुंचा। उसने देखा कि आग सूखे पत्ते में लगी है और पास ही सिलिंडर गिरा हुआ है। उसने दमकल विभाग को परिसर में भी आग लगने की जानकारी दी। मौके पर पहुंचे दमकल कर्मियों ने आग पर काबू पाया।
इन बच्चों की हुई मौत
- भजनपुरा के चंदू नगर निवासी मसी आलम और पत्नी सितारा का बुधवार को बेटा हुअा था। जन्म के बाद से ही बच्चे को छाती और खून में संक्रमण था। वहां से बच्चे को बेबी केयर न्यू बॉर्न अस्पताल में रेफर किया गया था
- विवेक विहार के ज्वाला नगर निवासी विनोद और ज्योति के यहां शनिवार तड़के बेटे ने जन्म लिया था। जन्म के बाद से उसे सांस लेने में तकलीफ थी। परिवार ने उसे बेबी केयर न्यू बॉर्न अस्पताल में भर्ती कराया था
- बुलंदशहर निवासी रितिक और निकिता के यहां 17 मई को बुलंदशहर के अस्पताल में बेटे ने जन्म लिया था। उसे सांस लेने में दिक्कत थी। इस वजह से अस्पताल में भर्ती कराया था
- बागपत के पवन की पत्नी भारती ने 18 मई को बेटी को जन्म दिया था। उसके पेट में संक्रमण था। उसे बेबी केयर न्यू बोर्न अस्पताल में रेफर किया गया था
- साहिबाबाद निवासी राजकुमार और उमा की 17 दिन की बेटी थी। उसे बुखार और संक्रमण था। दो दिन पहले ही एडमिट किया था
- कृष्णा नगर के कांति नगर निवासी नूरजहां ने 15 मई को बेटी को जन्म दिया था। संक्रमण के कारण अस्पताल में भर्ती कराया था
- गाजियाबाद निवासी नवीन की पत्नी कुसुम ने बेटे काे जन्म दिया था। सांस में दिक्कत के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया था। आग से पहले ही शनिवार 10.30 बजे नवजात की बीमारी से मौत हो गई। परिजन रात होने की वजह से शव लेकर नहीं गए थे
अस्पताल में अग्निकांड : कब क्या हुआ
- रात 11:30 बजे आग लगी
- रात 11:32 बजे दमकल विभाग को आग की कॉल आई
- रात 11:40 बजे तक लोग जुट गए
- रात 11:45 बजे तक दमकल की गाड़ियां आ गईं
- रात 12 बजे बच्चों को निकालकर गुप्ता नर्सिंग होम लेकर पहुंचे
- रात 12:10 बजे सिंह नर्सिंग होम में बच्चों को भर्ती किया गया
- रात 12:40 बजे आग पर काबू पाया गया
- रात 12:50 बजे पुलिस उपायुक्त सुरेन्द्र चौधरी मौके पर पहुंचे
- तड़के 4 बजे आग को बुझा लिया गया
- तड़के 4:10 बजे क्राइम और फोरेंसिक टीम ने मौके का मुआयना किया
- सुबह 6 बजे तक घटना की सूचना मिलने के बाद परिजन आने लगे