सुप्रीम कोर्ट में इमरान खान पर मिली जीत के बाद विपक्ष काफी उत्साहित दिखाई दे रहा है। यही वजह है कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग- नवाज के अध्यक्ष शाहबाज शरीफ ने बलूचिस्तान में होने वाले चुनाव को टालने की मांग की है। एक स्थानीय टीवी चैनल से हुई वार्ता के दौरान शरीफ ने कहा कि देश के मौजूदा राजनीतिक हालातों को देखते हुए इस चुनाव को आगे बढ़ा देना चाहिए। एआरवाई ने बताया है कि शरीफ ने इसके लिए देश के चुनाव आयोग से भी अपील की है। उन्होंने ये भी कहा है कि बलूचिस्तान के नेता फिलहाल इस्लामाबाद की राजनीतिक सरगर्मी में व्यस्त हैं।
यहां पर ध्यान देने वाली बात ये है कि बलूचिस्तान में चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने 29 मई का दिन तय किया है। हालांकि आयोग ने अब तक बलूचिस्तान के ही अंतर्गत आने वाले क्वेटा और लासबेला जिले में होने वाले चुनाव के लिए कोई तारीख तय नहीं की है। आयोग का कहना है कि इन दोनों जिलों में फिलहाल डिलिमिटेशन का काम किया जा रहा है। इसलिए फिलहाल यहां पर चुनाव करवाना संभव नहीं है। इसमें कुछ समय और लगेगा। आपको बता दें कि गुरुवार रात को सुप्रीम कोर्ट ने अपने एक आदेश में नेशनल असेंबली को भंग करने के आदेश को पलट दिया है। कोर्ट ने नेशनल असेंबली की स्थिति को 3 अप्रेल के ही यथावत रखने का फैसला दिया है। इसके बाद अब 9 अप्रेल की सुबह 10:30 बजे नेशनल असेंबली में विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग की होगी।
गौरतलब है कि नेशनल असेंबली के डिप्टी स्पीकर कासिम सूरी ने विपक्ष के लाए अविश्वास प्रस्ताव को संविधान के अनुच्छेद 5 का उल्लंघन बताते हुए खारिज कर दिया था। इसके बाद असेंबली में जमकर हंगामा हुआ था। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री इमरान खान की सलाह पर नेशनल असेंबली को भंग करने का आदेश भी पारित कर दिया था और कहा था कि देश में नए सिरे से चुनाव करवाए जाएंगे। इसके खिलाफ सुप्रीम कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लिया था। सुप्रीम कोर्ट की पांच सदस्यीय बैंच ने इस पर 7 अप्रेल को विपक्ष के हक में फैसला सुनाया था।