कहते हैं पहला सुख निरोगी काया और दुसरा सुख घर में माया. यानी व्यक्ति के जीवन का सबसे बड़ा सुख उसकी अच्छी सेहत को माना गया है. तथा इसके बाद जीवन का दूसरा सुख उसके पास भरपूर मात्रा में धन का होना माना गया है. मगर आज ज़िन्दगी की भागदौड़ में इंसान इतना व्यस्त हो गया है की उसे खुद ही पता नहीं चला रहा की वो इतना दौड़ कर पहुंचना कहाँ चाहता है. सुबह से लेकर शाम तक पूरा दिन भागता है. कभी अपने सपनो के लिए तो कभी अपनों के सपनो के लिए. लेकिन इसके बीच में इंसान अक्सर भूल जाता है की वो जो इतनी भागमभाग कर रहा है वो किसके दम पर कर रहा है. वो पैसा कमाने के लिए इतनी जी तौड़ मेहनत करता है की एक दिन उसका स्वास्थ्य खराब पड़ जाता है
और अंत में जो धन इसी स्वास्थ्य के बलबूते कमा कर इक्कठा किया होता है उससे फिर वो डाक्टरों हकीमो के पास जाकर अपने स्वास्थ्य को ठीक करने के उपाय ढूंढता है और उनके हाथों धन का नुक्सान कर बैठता है. हम यह नहीं कहते की मेहनत न करो पर हम यह कहते हैं की मेहनत के साथ साथ अपने स्वास्थ्य का भी ध्यान रखो.
अगर आप या आपका कोई अपना खराब स्वास्थ्य के चलते घर में बिमारी से परेशान है तो वैदिक धर्म के उपायों को अपनाकर आप स्वास्थ्य लाभ पा सकते हैं. इसके लिए आपको विडियो में दिखाया बस एक छोटा सा नुस्खा अपनाना होगा और मन में आस्था जगानी होगी फिर देखिये आपके घर से बिमारी कैसे छूमंतर होती है.