नॉटिंघम टेस्ट के पहले दिन भारतीय टीम ने शानदार खेल दिखाया और पहले दिन का खेल खत्म होने तक 6 विकेट खोकर 307 रन बनाए। रिषभ पंत अभी भी नाबाद 22 रन बनाकर क्रीज़ पर मौजूद हैं। ये इस सीरीज़ में पहला मौका रहा जब भारत ने किसी भी पारी में 300 रन का आंकड़ा पार किया और इसकी वजह रही भारतीय कप्तान विराट कोहली और उपकप्तान अजिंक्य रहाणे की दमदार पारियां। हालांकि ये दोनों ही खिलाड़ी अपने-अपने शतक से चूक गए, लेकिन आउट होने से पहले वो भारत को अच्छी स्थिति में पहुंचा गए। इस मैच में विराट कोहली 97 रन पर आउट हो गए। वो इंग्लैंड में अपने दूसरे टेस्ट शतक से तो चूक गए, लेकिन उन्होंने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली (दादा) का एक रिकॉर्ड जरुर तोड़ दिया।
नॉटिंघम में भारतीय कप्तान ने 152 गेंदों का सामना करते हुए 97 रन की पारी खेली। इस पारी के दौरान उन्होंने 11चौके लगाए और अजिंक्य रहाणे (81) के साथ मिलकर 159 रन की साझेदारी की। इन दोनों ने दूसरे सत्र में कोई विकेट नहीं गिरने दिया और 107 रन बनाए। इस सीरीज़ में ये भारत के लिए सबसे बेहतर के साथ-साथ पहला सत्र रहा जब भारत ने कोई विकेट नहीं गंवाया। इस पारी के दौरान कोहली ने सौरव गांगुली के बतौर भारतीय कप्तान विदेश में सबसे ज़्यादा रन बनाने के रिकॉर्ड को तोड़ दिया। दादा ने भारत की कप्तानी करते हुए विदेश में 28 टेस्ट में 1693 रन बनाए थे। इस दौरान उनके बल्ले से तीन शतक निकले थे, लेकिन कोहली ने सौरव का ये रिकॉर्ड सिर्फ 19 टेस्ट मैचों में ही तोड़ दिया। नॉटिंघम में 97 रन बनाने वाले कोहली अब विदेशों में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले भारतीय कप्तान बन गए। कोहली के नाम अब विदेश में 19 टेस्ट मैच में 1731 रन हो गए हैं। इस दौरान कोहली ने आठ सैंकड़े जड़े हैं।