विशेष संवाददाता, नईदिल्ली। मध्य प्रदेश का चर्चित व्यापमं घोटाला गुरूवार को फिर गरमा सकता है। चजह हैदराबाद स्थित फारेसिंक लैब की वह सीलबंद सीएफएसएल रिपोर्ट है, जो गुरूवार को सुप्रीम कोर्ट में खोली जा सकती है। जिसमें ऐसी तमाम जानकारियों के सामने आने की उम्मीद है,जिसमें एक्सल सीट से छेड़छाड़ के आरोप भी लगाए गए थे। माना जा रहा है कि हाईडिस्क और पेन ड्राइव की इस सीएफएसएल रिपोर्ट से इसकी पुष्टि हो सकती है।
सूत्रों की मानें तो यदि सुप्रीम कोर्ट में खोली जाने वाली सीलबंद सीएफएसएल रिपोर्ट से एक्सल सीट में छेड़छाड़ की बात प्रमाणित होती है, तो हंगामा मचना तय है। क्योंकि इसके बाद तो वह सारे नाम भी जांच के दायरे में आ सकते है, जो अभी जांच से बाहर है। इस दौरान वह सारे नाम सामने आ सकते है, जिनके नाम जांच के दौरान एक्सल सीट से छेड़छाड़ कर हटा दिए गए है।
बता दें कि हाईडिस्क और पेन ड्राइव की जांच भी इन्ही आरोपों के बाद कराई गई। इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को जल्द ही लैब से रिपोर्ट लेने का निर्देश दिया था। जिसके बाद सीबीआई ने पिछले दिनों ही हाईडिस्क और पेनड्राइव की सीएफएलएल की सीलबंद रिपोर्ट कोर्ट को सौंपी थी।
जानकारों की मानें तो व्यापमं घोटाले से जुड़ी चर्चित हाईडिस्क और पेनड्राइव की सीएफएसएल जांच रिपोर्ट से यदि एक्सलसीट से छेड़छाड़ की पुष्टि हुई, तो प्रदेश की राजनीति में एक बार फिर नए सिरे से हंगामा मचेगा। क्योंकि इस सीट से कई ऐसे नामों को हटाने के आरोप लगे है, जो काफी प्रभावशाली और बड़े ओहदों पर है। सूत्रों की मानें तो इस रिपोर्ट सीबीआई को भी जांच में मदद मिलेगी और वह उन लोगों तक पहुंच सकेगी, जो घोटाले में शामिल होने के बाद भी अभी उसकी पहुंच से दूर है।
व्यापमं घोटाले की व्हीसल ब्लोअर प्रशांत पांडेय ने कहा कि एक्सल सीट से छेड़छाड़ की बात प्रमाणित हुई, तो आने वाले दिनों में कोर्ट को वह और भी कुछ पुख्ता जानकारी देंगे।उन्होंने बताया कि उनके पास अभी इस घोटाले से जुड़ी कई महत्वपूर्ण जानकरी है, जो समय पर वह सामने लाएंगे।