अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा और आखिरी टेस्ट मैच खेला जा रहा है, जिसमें पहले बल्लेबाजी करते हुए इंग्लैंड की टीम 205 रन बना पाई थी। इसके जवाब में भारत की तरफ से पहले रिषभ पंत ने शतक जड़ा और फिर वॉशिंग्टन सुंदर ने दमदार कमाल दिखाया। हालांकि, सुंदर अपने टेस्ट करियर के पहले शतक से चूक गए, क्योंकि उनको दूसरे छोर से साथ नहीं मिला।
बाएं हाथ के बल्लेबाज वॉशिंग्टन सुंदर ने 174 गेंदों में 10 चौके और 1 छक्के की मदद से 55.17 के स्ट्राइकरेट से 96 रन की नाबाद पारी खेली। सुंदर उस समय बल्लेबाजी करने आए थे, जब टीम के 6 विकेट गिर चुके थे। इसके बाद उन्होंने रिषभ पंत के साथ शतकीय साझेदारी और फिर अक्षर पटेल के साथ भी 100 से ज्यादा रन जोड़े। इस दौरान रिषभ पंत ने तो शतक जड़ दिया, लेकिन वॉशिंग्टन सुंदर अपने पहले शतक से चूक गए।
96 रन पर नाबाद लौटे वॉशिंग्टन सुंदर की हर कोई तारीफ कर रहा है। स्टार स्पोर्ट्स के लिए कमेंट्री कर रहे हरभजन सिंह, आकाश चोपड़ा और वीवीएस लक्ष्मण जैसे दिग्गजों ने कहा है कि इसे शतक ही समझा जाए, क्योंकि इस तरह की परिस्थितियों में ऐसी पारी खेलना आसान नहीं है। अपना चौथा टेस्ट मैच खेल रहे वॉशिंग्टन सुंदर ने गेंद और बल्ले से अच्छी भूमिका उस समय निभाई है जब टीम के साथ रवींद्र जडेजा नहीं हैं।
क्यों पूरा नहीं हुआ सुंदर का शतक
एक समय भारत का स्कोर 113.5 ओवर में 7 विकेट पर 365 रन था, लेकिन 114वें ओवर की आखिरी गेंद पर अक्षर पटेल रन आउट हो गए। इस तरह अगले ओवर में स्ट्राइक बदल गई और नए बल्लेबाज इशांत शर्मा क्रीज पर आए। वहीं, वॉशिंग्टन सुंदर, जो 96 रन बनाकर नाबाद थे, वे नॉन-स्ट्राइक पर खड़े रहे। इशांत शर्मा को बेन स्टोक्स ने पहली ही गेंद पर lbw आउट कर दिया। इशांत के बाद मोहम्मद सिराज बल्लेबाजी के लिए आए, जिन्होंने स्टोक्स की दो गेंदों को खेल लिया, लेकिन चौथी गेंद पर क्लीन बोल्ड हो गए। इस तरह वॉशिंग्टन सुंदर नाबाद 96 रन बनाकर मायूस होकर पवेलियन लौट आए।