- मुख्यमंत्री ने कोरोना वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज तथा कोल्ड चेन के सम्बन्ध में फूलप्रूफ व्यवस्था करने के निर्देश दिए
- कोविड-19 वैक्सीन के स्टोरेज सेन्टर में सभी आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं
- कोरोना वैक्सीनेशन कार्य को ध्यान में रखते हुए बायोमेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण की व्यवस्था की जाए
- कोरोना वैक्सीन सेन्टर में वैक्सीन लगने के बाद सम्बन्धित व्यक्ति के लिए कुछ समय रुकने की व्यवस्था की जाए
- वैक्सीन सेन्टर पर सुरक्षा के व्यापक इन्तजाम सुनिश्चित करने के निर्देश
- प्रदेश में कोविड-19 का टीकाकरण कार्य निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार सम्पन्न किया जा सके, इसके लिए आवश्यक है कि पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर्स की उपलब्धता रहे
- जनपद स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ
- प्रदेश में 2.5 लाख लीटर वैक्सीन की भण्डारण क्षमता सृजित
- एक वैक्सीनेशन टीम द्वारा प्रतिदिन 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा
- कोरोना वैक्सीन की मानकों के अनुरूप स्टोरेज के लिए आईसलैण्ड रेफ्रिजरेटर तथा डीपफ्रीजर भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे
- वैक्सीनेशन कार्य के लिए अब तक 4.5 करोड़ सिरिंज का आवंटन
लखनऊ: 19 दिसम्बर, 2020 उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोरोना वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज तथा कोल्ड चेन के सम्बन्ध में फूलप्रूफ व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। उन्होंने कहा है कि कोविड-19 वैक्सीन के स्टोरेज सेन्टर में सभी आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन कार्य को ध्यान में रखते हुए बायोमेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोरोना वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में की जा रही व्यवस्थाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देश दिए कि कोरोना वैक्सीन सेन्टर में वैक्सीन लगने के बाद सम्बन्धित व्यक्ति के लिए कुछ समय रुकने की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने वैक्सीन सेन्टर पर सुरक्षा के व्यापक इन्तजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 का टीकाकरण कार्य निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार सम्पन्न किया जा सके, इसके लिए आवश्यक है कि पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर्स की उपलब्धता रहे। जनपद स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ हो गये हैं। उन्होंने वैक्सीन लगाने के लिए वैक्सीनेटर्स को तैयार करने का कार्य पूरी तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
ज्ञातव्य है कि कोरोना वैक्सीन की मानकों के अनुरूप स्टोरेज के लिए आईसलैण्ड रेफ्रिजरेटर तथा डीपफ्रीजर भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में 2.5 लाख लीटर वैक्सीन की भण्डारण क्षमता सृजित हो गई है। वैक्सीनेशन कार्य के लिए 06 करोड़ सिरिंज की आवश्यकता होगी। अब तक 4.5 करोड़ सिरिंज का आवंटन कर दिया गया है।
एक वैक्सीनेशन टीम द्वारा प्रतिदिन 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। प्रत्येक वैक्सीनेशन टीम के साथ एक पुलिस काॅन्टेबल तथा एक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिस व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा उसके फोन पर टीका लगाने का समय, स्थान व दिनांक सूचित किया जाएगा। टीकाकरण के पश्चात सम्बन्धित व्यक्ति को वैक्सीनेशन सेन्टर पर 30 मिनट रुकना होगा। प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की स्टोरेज के लिए 35,000 केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।
बैठक में स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री अतुल गर्ग, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास आयुक्त श्री आलोक टण्डन, कृषि उत्पादन आयुक्त श्री आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव मित्तल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 तथा सूचना श्री नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री आलोक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।