दुनियाभर में देह व्यापर को लोग नीची नजरो से देखते हैं लेकिन उन्हें चलाने और बढ़ाने में कहीं ना कहीं लोगों का ही हाथ होता हैं. दुनिया में ना जाने कितने ही देह व्यापार के केंद्र हैं और ना जाने कितनी ही लडकियां हैं जो इस जिस्म के धंधे में घिर चुकी हैं. दुनिया में कई ऐसे शहर हैं जो रेड लाइट एरिया बन चुके हैं और वहां पर जिस्म का बाजार खुलेआम चलता हैं.
ऐसे में कुछ लडकियां इस जिस्म के धंधे में खुद आती हैं तो कुछ को जबरदस्ती लाया जाता हैं. वैश्यालय आए कहाँ से..? इन्हे कौन लाया..? ये बात कोई नहीं जानता, तो आइए आज हम आपको बताते हैं..
वैश्यालय आए कहाँ से – कहा जाता है कि पहले के समय में नाच-गाना काफी Popular हुआ करता था, लडकियां अपनी dance की कला को दिखाने के लिए dance करती थीं, लेकिन कुछ लोगों का मानना था कि लडकियां मर्दो के दिलो को बहलाने के लिए नाचा करती थीं और धीरे-धीरे ऐसा ही होने लगा और लड़कियों की dance की कला को धंधे का रूप दे दिया गया. जो मर्द नाच देखने आते वो उन महिलाओं के साथ रात भी बिताते और उन्हें इसकी कीमत देते. धीरे-धीरे ये एक धंधे का रूप लेता गया और कला को अभिशाप का नाम मिल गया. भारत में ऐसी कई जगहें हैं जहाँ अब वैश्यालय हैं.
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भारत के सबसे बड़े रेड लाइट एरिया की बात करें तो वह “सोनागाछी” है जहाँ पर खेलाम वैश्यावृत्ति होती है. यहाँ पर 12 से 17 साल की उम्र में ये लड़कियां मर्दों के साथ हमबिस्तर होना सिख जाती हैं और इसके लिए उन्हें ज्यादा कीमत भी नहीं बल्कि दो डॉलर यानि 124 रुपए ही मिलते है. यहाँ पर महिलाओं को मर्दो के साथ सोने के लिए टेबल पर किसी सामान की तरह सजा दिया जाता हैं और उसके बाद उनके साथ जो होता है वह आप सभी जानते हैं. आप सभी को इस बात को जानकर भी हैरानी होगी कि अब वेश्यावृत्ति का चलन और ज्यादा बढ़ चुका हैं.