यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विश्व क्षय रोग दिवस पर सीतापुर में आयोजित एक समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सपना 2025 तक हमारा देश टीबी से मुक्त हो जाए। उनके इस सपने को पूरा करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा जिस तरह से हमने अन्य बीमारियों को हराया है, उसी तरह से टीबी को भी हराना है।
वह जिले के कमलापुर स्थित विद्याज्ञान स्कूल में आयोजित संगोष्ठी में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल पर कदम रखते ही यहां पहले से मौजूद जिले की प्रभारी मंत्री स्वाति सिंह व सभी विधायकों ने खड़े होकर मुख्यमंत्री का अभिवादन किया।
उनके आगमन से तालियों की गड़गड़ाहट से कार्यक्रम स्थल गूंज उठा। इसके बाद मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया। यहां से उन्होंने 21 जिलों के ड्रग वायर हाउस का शुभारंभ किया और डिजीटल एक्सरे मशीन की रिमोट दबाकर शुरुआत की।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विश्व क्षय पर लखनऊ में कार्यक्रम न करके सीतापुर को इसलिए चुना गया कि ये जिला राजधानी से सटा हुआ है।
इस दौरान प्रदेश के स्वास्थ मंत्री, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य, एडीजी एसएन सांबत, आईजी रेंज, जिलाध्यक्ष अचिन मेहरोत्रा, विधायक महोली शशांक त्रिवेदी, विधायक सेवता ज्ञान तिवारी, विधायक हरगांव सुरेश राही, डीएम विशाल भारद्वाज, एसपी आरपी सिंह मौजूद रहे।
उत्तर प्रदेश में वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 में टीबी मरीजों की संख्या कम हुई है। समयबद्ध ढंग से उपचार की व्यवस्था इस बीमारी से मुक्त करा सकती है। टेक्नोलॉजी का उपयोग करते हुए वर्ष 2025 से पहले उत्तर प्रदेश को टीबी मुक्त बनाएंगे और प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत के सपने को साकार करने में सफल होंगे। बीमारी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के साथ नहीं हो भेदभाव मुख्यमंत्री विश्व क्षय रोग दिवस पर सीतापुर में बुधवार को कार्यक्रमों का शुभारम्भ एवं 21 ड्रग वेयर हाउस का शिलान्यास करने के मोके पर बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि विश्व क्षय रोग दिवस, पूरी दुनिया में टीबी से ग्रसित बच्चों और नागरिकों को इससे मुक्त कराने के अभियान को एक नई गति देने का दिवस है। इस बीमारी से पीड़ित किसी भी व्यक्ति के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। बल्कि इलाज के लिए शासन की योजनाओं से उसे जोड़ना चाहिए। इसके लिए केंद्र व प्रदेश सरकार व्यापक पैमाने पर संसाधन उपलब्ध करा रही है। 1882 में टीबी विषाणु की पहचान से अब तक इस रोग से नहीं मिली मुक्ति मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 1882 में पहली बार टीबी के विषाणु की पहचान हुई थी। इतने वर्षों बाद भी अब तक हम दुनिया को इस रोग से मुक्त नहीं करा पाए हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लक्ष्य रखा है कि वर्ष 2030 तक दुनिया को इस बीमारी से मुक्त कराया जाए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार ने सुनिश्चित किया है कि टीबी के चिह्नित प्रत्येक मरीज को किट उपलब्ध करवाने के साथ 500 रुपये प्रति महीने दिए जाएंगे, जिससे मरीज पौष्टिक आहार ले सके। जब तक व्यक्ति टीबी से मुक्त नहीं हो जाता, यह राहत जारी रहेगी।
प्रत्येक नागरिक को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा समय पर उपलब्ध कराने के लिए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत आज प्रदेश के 21 जनपदों में औषधियों के भंडारण एवं रख-रखाव हेतु ड्रग वेयर हाउस का शिलान्यास हुआ है। 01 अप्रैल से 45 वर्ष के ऊपर के लोगों का कोरोना टीकाकरण शुरू मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि अब तक कोरोना पर बेहतर नियंत्रण किया गया है लेकिन अभी हमें सतर्क रहने की जरूरत है। साथ ही भारत सरकार ने तय किया है कि 01 अप्रैल से 45 वर्ष के ऊपर के लोगों को वैक्सीन लगना शुरू हो जाएगी।
इन जिलों में बनेगा ड्रग वेयर हाउस मुख्यमंत्री ने 21 जिलों में बनने वाले ड्रग वेयर हाउस का शिलान्यास किया। इनमें बुलन्दशहर, हापुड़, मुजफ्फरनगर, गाजियाबाद, वाराणसी, मिर्जापुर, बलिया, बलरामपुर, मऊ, चित्रकूट, सिद्धार्थनगर, प्रतापगढ़, सम्भल, बस्ती, फतेहपुर, फर्रुखाबाद, औरैया, सीतापुर, रायबरेली, बाराबंकी व शाहजहांपुर हैं। 451 ट्रूनेट मशीनों का किया लोकार्पण विद्याज्ञान विद्यालय, सुरैचा, ब्लॉक कसमंडा में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 451 ट्रूनेट मशीनों का लोकार्पण भी किया। इसके अलावा गोरखपुर व मेरठ में स्थापित एलपीए लैब का उद्घाटन किया गया। वहीं जनपदों में स्थापित 25 डिजिटल एक्सरे मशीन का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री ने डिजिटल तरीके से गोरखपुर में रीजनल आरटीपीएमयू का शुभारम्भ भी किया।
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