प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोलकाता रैली के बाद आज कोलकाता में ही तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) अध्यक्ष और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपना शक्ति प्रदर्शन कर रही हैं. महिला दिवस पर राजधानी में ममता आज मार्च निकाल रही हैं, जिसमें टीएमसी यूपी में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध का मुद्दा उठा रही और बीजेपी पर हमला बोल रही है.
पश्चिम बंगाल की सियासत में आज कोलकाता एक और सियासी अखाड़े का गवाह बनने जा रहा है. आज तारीख है 8 मार्च.. यानी अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस. इस मौके पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी महिला सुरक्षा के मुद्दे पर मार्च करने जा रही हैं. ममता ने अपने इस मार्च के जरिए बीजेपी पर पलटवार की पूरी तैयारी की है.
सीएम ममता बनर्जी का चुनावी इरादा साफ है, किसी भी सूरत में टीएमसी, बीजेपी के मिशन बंगाल को कामयाब नहीं होने देना चाहती. इसी इरादे से ममता ने अपना ‘यूपी प्लान’ बनाया है. कोलकाता में मार्च कर ममता यूपी में महिलाओं के खिलाफ अपराध का मुद्दा उछालेंगी और एक तीर से दो निशाना साधने की कोशिश करेंगी.
बीजेपी कई मंच पर-कई मौकों पर ममता राज में महिलाओं पर हुअ अपराध का मुद्दा उछाल चुकी है. अभी हाल ही में पार्टी ने उत्तरी 24 परगना की 85 साल की बुजुर्ग पर हमले का आरोप लगाकर बंगाल सरकार पर सवाल उठाए थे. बीजेपी ने कोलकाता और राज्य के कई शहरों में महिला अपराध को लेकर पोस्टर वार शुरू कर दिए. ममता के चुनावी स्लोगन पर सवाल उठाए.
हालांकि, ममता बनर्जी ने पलटवार में कोई कसर नहीं छोड़ी है. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर ममता यूपी के अपराध को उछालकर बीजेपी को घेरने की तैयारी में हैं. बंगाली अपनी बेटी चाहती है- स्लोगन के सहारे टीएमसी उम्मीद में है कि ममता हैट्रिक में कामयाब हो पाएंगी. महिलाओं को लेकर पार्टी ने रणनीति में भी बदलाव किया है.
टीएमसी ने 291 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को एलान कर दिया है, जिसमें 50 महिलाओं को टिकट दिया गया है. 2016 के चुनाव में 45 महिलाओं को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया था. टिकट देने के साथ साथ टीएमसी महिला अपराध का मुद्दा उछालकर बीजेपी को करारा जवाब देना चाहती है. अब देखना है ममता का ये दांव कितना असर दिखाता है.