भारतीय क्रिकेट टीम के नियमित कप्तान विराट कोहली की टीम इंडिया में वापसी हो चुकी है। उन्होंने दिसंबर में अपने बच्चे के जन्म की वजह से क्रिकेट से ब्रेक लिया था और अब फिर से वो टीम की अगुआई करने के लिए तैयार हैं। इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली पर टेस्ट सीरीज के दौरान सबकी निगाहें रहने वाली हैं क्योंकि उनसे यही उम्मीद है कि जिस तरह से रहाणे ने भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलियाई धरती पर टेस्ट सीरीज में सफलता दिलाई उसी तरह का रिजल्ट विराट कोहली की कप्तानी में भी इंग्लैंड के खिलाफ भारत को मिले।
बहरहाल विराट कोहली फिर से जिम्मेदारी के लिए तैयार हैं और इसके लिए उन्हें बेहतरीन बल्लेबाजी के साथ-साथ अपनी कप्तानी में भी कमाल दिखाना होगा, क्योंकि इंग्लैंड की टीम एक मजबूत साइड है जो अभी श्रीलंका को 2-0 से टेस्ट सीरीज में क्लीन स्वीप करने भारत दौरे पर आई है। खास तौर पर इंग्लिश कप्तान जो रूट को काबू में रखना होगा जो बेजोड़ फॉर्म में हैं और श्रीलंका में दोहरे शतक के साथ-साथ दो टेस्ट मैचों में 400 से ज्यादा रन बनाए हैं।
इंग्लैंड के खिलाफ विराट कोहली बतौर कप्तान एम एस धौनी के दो बड़े रिकॉर्ड को तोड़ने से बेहद करीब हैं और ये संभव भी दिखता है क्योंकि उनके पास एक शानदार टीम है जो किसी भी परिस्थिति में हार नहीं मानती है। बतौर टेस्ट कप्तान एम एस धौनी ने भारतीय धरती पर लगातार 9 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की थी और विराट कोहली भी भारतीय सरजमीं पर लगातार 9 टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज कर चुके हैं और दोनों बराबरी पर हैं। अगर विराट अपनी कप्तानी में इंग्लैंड के खिलाफ ये टेस्ट सीरीज जीत लेते हैं तो वो भारत में लगातर 10 टेस्ट सीरीज जीतने वाले कप्तान बन जाएंगे और धौनी को पीछे छोड़ देंगे।
इसके अलावा एम एस धौनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने भारत में कुल 21 टेस्ट मैच जीते हैं जबकि विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम ने अपनी धरती पर 20 टेस्ट मैचों में जीत दर्ज की है। ऐसे में अगर वो इंगलैंड के खिलाफ दो मैच जीत जाते हैं तो धौनी को पीछे छोड़ देंगे और भारतीय धरती पर बतौर टेस्ट कप्तान सबसे ज्यादा मैच जीतने वाले खिलाड़ी बन जाएंगे। टीम इंडिया ने मो. अजरुद्दीन की कप्तानी में भारत में 13 टेस्ट मैच जीते थे और वो तीसरे नंबर पर हैं जबकि सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने भारत में 10 टेस्ट मैच जीते थे और वो चौथे स्थान पर हैं।