भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर पांचवें सीआइसीए सम्मेलन में भाग लेने तजाकिस्तान के दुशांबे में मौजूद हैं। सीआइसीए सम्मेलन के दौरान आज विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तजाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान से मुलाकात की।
विदेश मंत्री एस जयशंकर इस समय तजाकिस्तान की राजधानी दुशांबे में दो दिवसीय 5वें सीआइसीए सम्मेलन में मौजूद हैं। इससे पहले सीआइसीए सम्मेलन से इतर शुक्रवार को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बांग्लादेश के विदेश मंत्री एके अब्दुल मोमन और बहरीन के विदेश मंत्री खालिद बिन अहमद अल-खलीफा से भी मुलाकात की थी। सम्मेलन सीआइसीए एशिया में शांति, सुरक्षा और स्थिरता में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए एक एशियाई मंच है। 5वें सीआइसीए शिखर सम्मेलन का इस बार का थीम है, एक सुरक्षित और अधिक समृद्ध क्षेत्र के लिए साझा दृष्टिकोण। भारत कब बना सदस्य भारत सीआइसीए का सदस्य है क्योंकि इसकी स्थापना के समय दिवंगत प्रधान मंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 2002 में अल्माटी में आयोजित पहले सीआईसीए शिखर सम्मेलन में भाग लिया था। भारत CICA के तहत विभिन्न गतिविधियों में सक्रिय रूप से भाग लेता रहा है। पिछले महीने विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभालने के बाद यह एस जयशंकर की दूसरी विदेश यात्रा है। इससे पहले वह इस महीने की शुरुआत में भूटान गए थे।