शिवराज सिंह चौहान इसी सीट से 2005 तक लगातार पांच बार सांसद रह चुके हैं। इसके बाद उन्होंने 18 वर्षों तक मुख्यमंत्री के तौर पर प्रदेश की कमान संभाली हैं। जैसे ही केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा उम्मीदवारों की सूची घोषित की गई और उसमें विदिशा संसदीय क्षेत्र से प्रत्याशी के तौर पर शिवराज सिंह चौहान का नाम सामने आने के बाद कार्यकर्ताओं ने खुशियां मनाई और भेरुंदा नगर के दुर्गामंदिर चौराहे पर आतिशबाजी कर अपनी खुशी का इजहार किया। लगभग एक घंटे से भी अधिक समय तक भाजपा कार्यकर्ता चौराहे पर खुशियां मनाकर एक-दूसरे को बधाई देते रहे।
भाजपा जिलाध्यक्ष रवि मालवीय ने इस दौरान कहा कि एक बार फिर केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा हमारे जननेता पर भरोसा जताते हुए उन्हें विदिशा संसदीय क्षेत्र से उम्मीदवार चुना है। यह हमारे क्षेत्र के लिए गौरव की बात हैं कि अब वह राष्ट्रीय स्तर पर संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करेंगे।
मप्र के एक मात्र विधायक को बनाया उम्मीदवार
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा मप्र के जिन 24 लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की हैं, उनमें शिवराजसिंह चौहान एक मात्र ऐसा नाम है, जिन्हें विधायक रहते हुए सांसद का टिकट दिया गया है। इसके अलावा कई सांसदों के टिकट पार्टी के द्वारा कांटे गए हैं। जो सांसद विधायक बन चुके हैं उनके नाम इस सूची से गायब है। विदिशा संसदीय सीट से वर्तमान सांसद रमाकांत भार्गव का टिकट काटकर शिवराज सिंह चौहान को दिया गया है।